भूत प्रेत (GHOST) या आत्मा का अस्तित्व मरने के बाद हमारा क्या होता है।
भूत प्रेत (Ghost) को समझने से पहले हमे ये जानना जरूरी है। जिस भी जीव ने जन्म लिया है उसका मरना तय होता है। जन्म और मृत्यु इस संसार का परम सत्य है जिसको कोई झुटला नही सकता। यदि आपने जन्म लिया है तो इस भौतिक शरीर को त्यागना ही पड़ेगा। और जो शेष बचता है वह है आत्मा जिसको कोई मार नही सकता। गीता में भगवान कृष्ण ने कहा है की हमारी आत्मा (Soul) अजर अमर है इसको कोई मार नही सकता।आत्मा (Soul) एक ऊर्जा के रूप में सदा के लिए जीवित रहती है। महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन (Albert Einstein) ने भी कहा था ऊर्जा को खत्म नहीं कर सकते बस इसका रूप बदल सकते है। और उन्होंने एक समीकरण भी दिया E=mc^2 जो इसको दर्शाती है। अल्बर्ट आइंस्टीन द्वारा ऊर्जा और द्रव्यमान के संबंध को समझाया गया और उसी समय से यह सूत्र विज्ञान का प्रमुख अंग बन गया। E =mc^2 ऊर्जा और द्रव्यमान के संबंध के आधार पर ही एटम बम बनाया गया।
धर्मो के अनुसार आत्मा (Soul) का अस्तित्व
संसार में बहुत से धर्म हैं और हर धर्म में आत्मा (Soul) के अस्तित्व को विस्तार से बताया गया है। जब हम मरते है तो ये आत्मा (Soul) रूपी ऊर्जा हमारे भौतिक शरीर को छोड़ देती है। आत्मा के शरीर छोड़ने के बाद हमारे शरीर की सारी क्रियाएं रुक जाती हैं हमारा शरीर एक मृत शरीर कहा जाता है। इस मृत शरीर को अलग अलग धर्मो में अलग अलग रीति रिवाज के साथ पंच तत्व में विलीन कर दिया जाता है कोई इसको जलता है कोई दफना देता है। इस प्रकार हमारा भौतिक शरीर नष्ट हो जाता है और हमारी आत्मा ऊर्जा में रूपांतरित हो जाती है।
आत्मा
विज्ञान आत्मा (Soul) और भूत प्रेत (Ghost)
विज्ञान दुआरा आत्मा (Soul) या भूत प्रेत (Ghost) को एक ऊर्जा (Energy) या चुंबकीय क्षेत्र (Magnetic field) माना जाता है। इनके अनुसार किसी विशेष स्थान पर कुछ विशेष चुंबकीय क्षेत्र (Magnetic field) होने की वजह से लोग कुछ अलग अनुभव करते हैं वंहा तापमान (Temperature) में भी अंतर होता है। जिस कारण वे उस स्थान पर भूत प्रेत के होने की बात करते हैं। विज्ञान की मदद से EMF जिसे K2 Meter भी कहते हैं का अविष्कार भी किया गया है इसको किसी भी स्थान पर चुंबकीय क्षेत्र (Magnetic field) का पता लगाया जाता है। मतलब K-2 मीटर से यह पता लगता है की कंहाँ पर ऊर्जा या चुम्बकीय क्षेत्र होता है। इस K2 Meter का उपयोग असाधारण गतिविधि (Paranormal Activity) का पता लगाने में किया जाता है।
आज एसे बहुत से लोग हैं जो इन अलौकिक गतिविधियों का पता लगाते हैं। वैज्ञानिक भूत प्रेत (Ghost) को एक दिमागी वहम भी बता कर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं। पर ये सच है की इस दुनिया में ऐसे कई सवाल हैं जिनका जवाब विज्ञान के पास नही है। इसका मतलब ये नही की वे कुछ नही जानते। वैज्ञानिक मनुष्य हैं और मनुष्य के दिमाग की एक सीमा है मनुष्य का दिमाग एक सीमा से अधिक कुछ नहीं समझ पाता। आत्मा (Soul) और भूत प्रेत (Ghost) की उपस्तिथि एक आम आदमी को समझ पाना सरल नहीं ये किसी विशेष संयोग या समय पर अनुभव होती है।
Theories
वैज्ञानिक जब किसी बात को सिद्ध नहीं कर पाते तब वे उन चीजों का अनुमान लगाते हैं और इसको वे सिद्धांत (Theory) कहते हैं। ये सिद्धांत (Theory) गलत भी साबित होते हैं क्यों की ये एक अनुमान और उनकी सोच से बनाई जाती हैं। सिद्धांत (Theory) को हम वैज्ञानिको का अंधविश्वास भी कह सकते हैं बड़े बड़े वैज्ञानिको ने जो Theories बनायीं हैं उनमे कुछ इस प्रकार हैं
The Big Bang Theory (Stephen Hawking)
Theory of relativity (Einstein)
Theory of evolution (Darwin)
Doppler Effect
Faraday’s law of induction
ये Theories पूर्णतः सच साबित नहीं होती इनमे सुधार होते रहते हैं। पर कुछ Theories तो गलत भी साबित हो चुकी हैं जिनमे कुछ इस प्रकार हैं।
Luminiferous Aether (Albert Michelson and Edward Morley)
Flowing Stance On Static Universe (Einstein)
The Expanding or Growing Earth Theory (Charles Darwin)
Electrons as tiny बॉल्स (Arnold Sommerfeld)
हमारे वैज्ञानिक भी एक सीमा तक ही सोच सकते हैं हर सवाल का जवाब वैज्ञानिक नहीं बता सकते।
बहोत ही सुन्दर गायन है