निकोला टेस्ला – Nikola Tesla’s 369 Theory

निकोला टेस्ला (Nikola Tesla) एक ऐसा वैज्ञानिक जो आज भी रहस्य बना हुआ है। Nikola Tesla’s (3,6,9) Theory और इनके नाम से आज भी अनगिनत रहस्य जुड़े हुए हैं। जिनको आज का विज्ञान हल करने में असफल है। इनमे से सबसे बड़ा रहस्य है (3,6,9) ये तीन नंबर जिसे वैज्ञानिक टेस्ला कोड भी कहते हैं। आज इस पोस्ट में हम निकोला टेस्ला (Nikola Tesla) से जुड़े रहस्यों को जानेंगे।

3, 6, 9 चमत्कारिक शक्तियां रखते हैं पर आज तक इसको कोई पूरी तरह नहीं समझ पाया। इन तीनो नंबर पर पीछे दो दशकों से वैज्ञानिक रिसर्च करते रहे हैं। इस रिसर्च में जो कुछ भी सामने आया है वह हर किसी को हैरान करने के लिए काफी है।

Nikola Tesla कौन थे ?

निकोला टेस्ला (Nikola Tesla) 10 जुलाई, 1856 को सर्बिया के स्मिल्जन गांव में जन्मे थे। उनके पिता मिलुतिन टेस्ला एक पारंपरिक सर्बियाई पादरी थे जबकि माँ डुशाना टेस्ला उनकी आध्यात्मिक शिक्षक थीं।

निकोला टेस्ला (Nikola Tesla) बचपन से ही बहुत उत्साही थे। वह अपनी माँ के साथ धार्मिक समारोहों में भाग लेते थे जहां वह उनकी आध्यात्मिक शिक्षा से प्रभावित होते थे।

उन्होंने 1875 में चार्ल्स यूनिवर्सिटी (Charles University) से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की।

Nikola Tesla के आविष्कार

निकोला टेस्ला (Nikola Tesla) एक सर्वोच्च भौतिक वैज्ञानिक और आविष्कारक थे। उन्होंने विद्युत अध्ययन के क्षेत्र में कार्य किया था।उन्होंने Electricity और Magnetism के क्षेत्र में कई आविष्कार किए थे। उन्होंने Alternating current एवं Transformer जैसे कई उपकरणों का आविष्कार किया था।

निकोला टेस्ला (Nikola Tesla) को आधुनिक Electricity और Electrical Motor के जनक के रूप में जाना जाता है। उनकी खोज ने Technical communications एवं उच्च High Tech Equipment के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

Nikola Tesla और उनसे जुड़ा रहस्य

एक ऐसा वैज्ञानिक जो आज भी रहस्य बना हुआ है। इनके नाम से आज भी अनगिनत रहस्य जुड़े हुए हैं जिनको आज का विज्ञान हल करने में असफल है। इनमे से सबसे बड़ा रहस्य है 3, 6, 9 ये तीन नंबर जिसे वैज्ञानिक टेस्ला कोड भी कहते हैं।
टेस्ला के अनुसार ये तीन नंबर चमत्कारिक शक्तियां रखते हैं पर आज तक इसको कोई पूरी तरह नहीं समझ पाया। इन तीनो नंबर पर पीछे दो दशकों से वैज्ञानिक रिसर्च करते रहे हैं। इस रिसर्च में जो कुछ भी सामने आया है वह हर किसी को हैरान करने के लिए काफी है।

Electricity ,Electrical Motor , X-Ray Technology ,Redio ,Remote Control Technology जैसे अनगिनत अविष्कारों के जन्मदाता निकोला टेस्ला (Nikola Tesla) ही थे। निकोला टेस्ला (Nikola Tesla) ने 300 से ज्यादा पेटेंट , Wireless Free Electricity जैसे प्रयोग और रहस्य्मय अविष्कार करने वाले निकोला टेस्ला ही थे।

Nikola Tesla दुनिया को क्या समझाना चाहते थे ?

Nikola Tesla ने इन तीन numbers को लेकर एक बहुत बड़ा दावा किया। Nikola Tesla के अनुसार यदि कोई इन तीन (3,6,9) Numbers के रहस्य को जान लेगा तो पूरे Universe की चाबी उसको मिल जाएगी।

(3,6,9) Numbers का रहस्य

आखिर इन तीन नंबर्स (3,6,9) में एसा क्या था। की 8 से अधिक भाषाओ का ज्ञान रखने वाला जीनियस Scientist निकोला टेस्ला (Nikola Tesla) Numbers को चमत्कारिक बताते थे। Nikola Tesla अपने दैनिक कामो से लेकर अपनी पूरी जिंदगी में इन नंबरों को अपने से जोड़े रखा था।
निकोला टेस्ला (Nikola Tesla) किसी भी बिल्डिंग में घुसने से पहले उसके तीन चक्कर लगाते थे। खाना खाने से पहले अपनी प्लेट को 18 बार साफ करना, किसी भी होटल के उस रूम में ठरना जिसका नंबर 3, 6, 9 से डिवाइड होना। इस तरह की आदते उनके रोज की दिनचर्या में शामिल थी। उनको एसा करता देख लोग उनको सनकी तक कहा करते थे।

आज का आधुनिक विज्ञान मानता है की ब्रह्माण्ड को बनाने में Math का इस्तेमाल बहुत खूबसूरती से किया गया है। निकोला टेस्ला (Nikola Tesla) के शब्दो में कहे तो Math को इंसानो ने नहीं बनाया ये पहले से ही इस ब्रह्माण्ड में मौजूद था। इंसानो ने Math को केवल खोजा है जो पहले से ही इस ब्रह्माण्ड में था।

इस ब्रह्माण्ड में मौजूद हर चीज में Math का इस्तेमाल बहुत ही सटीक तरीके से किया गया है। इस ब्रह्माण्ड में हर किसी चीज में जो भी आकृतिया पहले से निर्मित हैं उनको Sacred Pattern भी कहा जाता है। इसको The Blueprint of God भी कहते हैं ।

इस ब्रह्माण्ड में हर जीव का निर्माण एक छोटे से शैल से हुआ है। ये एक शैल एक से दो में विभाजित होता है और दो से चार में चार से आठ में और आठ से सोलह में और ये प्रक्रिया इसी तरह चलती जाती है। अगर हम इसको Math की भाषा में समझे तो हमें ये मिलता है

  • 1
  • 2
  • 4
  • 8
  • 16
  • 32
  • 64
  • 128
  • 256
  • 512
  • 1024
  • 2048
  •  
  • Math के अनुसार यदि हम इसको Digital Root Method से हल करे तो कुछ नंबर जैसे 1 ,2, 4, 8, 7, 5 अनंत तक बार बार मिलता जाता है।
  • 1 = 1
  • 2 = 2
  • 4 = 4
  • 8 = 8
  • 16 = 1 + 6 =7
  • 32 = 3 + 2 = 5
  • 64 = 6+4 =10 = 1+0 =1
  • 128 = 1+2+8 =11 =1+1 = 2
  • 256 = 2+5+6 = 13 = 1+3 =4
  • 512 = 5+1+2 = 8
  • 1024 = 1+0+2+4 = 7
  • 2048 = 2+0+4+8 =14 =1+4 = 5

इस श्रेणी में (3 6 9) गायब है वैज्ञानिक द्वारा किये गए रिसर्च से यह पता चलता है। की 1 2 4 8 7 ब्रह्माण्ड के तीसरे आयाम को दर्शाते हैं। ये नंबर एक साथ मिल कर तीसरे आयाम की दुनिया को बनाते हैं। इन नंबर के बीच प्रकाश की रेखाओ से पता चलता है की ऊर्जा कभी समाप्त नहीं होती। ऊर्जा एक रूप से दूसरे रूप में बदलती है।
भगवान श्री कृष्ण ने गीतामें कहा था की आत्मा कभी नहीं मरती सिर्फ रूप बदलती है।

1 2 4 8 7 अंको के इस पैटर्न में 3 6 9 इसलिए नहीं हैं क्योकि ये अंक तीसरे आयाम से भी आधीक आयामों को प्रदर्शित करते हैं।

इसके अलावा जब हम 3 6 9 अंको की डबलिंग करते हैं तो ये और भी आश्चर्य में डाल देते हैं। 3 और 6 नंबर को डबल या आधा करने पर जो अंक प्राप्त होते हैं वो 3 6 3 6 3 6 3 6 नंबर ही मिलते हैं।
लेकिन नंबर 9 यंहा भी गयाब है अब जब नंबर 9 को दुगना या आधा करने पर जो अंक मिलते हैं वो और भी हैरान कर देते हैं। नंबर 9 के हल से सिर्फ 9 नंबर ही अनत तक मिलता है।

Numbers 9 का गणित में इस्तेमाल

हम सभी को पता है की एक व्रत Circle का angle 360 डिग्री होता जिसको जोड़ने पर नंबर 9 मिलता है इसी प्रकार Circle को आधा करने पर कोण 180 का जोड़ 9 ही मिलता है। इस तरह हम जितने बार इसको आधा करते जाये तो अनंत तक नंबर 9 ही प्राप्त होता है।

हमारी धरती, सूर्य और चन्द्रमा के व्यास के अंको जोड़ने पर भी हमें नंबर 9 ही प्राप्त होता है।

प्रकाश की रफ़्तार का Digital Root 186282 = 27 = 2 + 7 = 9 ही मिलता है।

एक दिन में 86400 सेकंड Digital Root = 8+6+4+0+0 =18 = 1+8 = 9
एक दिन में 1440 मिनट =1+4+4+0 = 9
इसी तरह यदि हम दिन, हफ्ते या साल भी ले तो उनके मिनट और सेकंड का Digital Root 9 ही प्राप्त होता है।

9 के पहाड़े का Digital Root भी 9 ही मिलता है।
इस गणना से नंबर 9 इस ब्रह्माण्ड की अलौकिक शक्ति है।

इस इमेज में भी Number 9 एक king की तरह विराजमान है जो नंबर 3 और 6 को नियंत्रित करता है। Numbers 3 और 6 बाकि Numbers को नियंत्रित करते हैं। नंबर 9 की निगरानी में बाकि सभी नंबर होते हैं। ये इमेज बताती है की नंबर 9 प्रकृति और इस ब्रह्माण्ड को संतुलित रखता है।

नंबर 9 ही इस ब्रह्माण्ड में ऊर्जा (Energy) ,आवृत्ति (Frequency) ,और कम्पन (Vibration) का स्रोत है।

Number 9 का महत्व

ब्रह्माण्ड की बाकि सभी चीजें नंबर 9 के कारण अतित्व में हैं।
एक चुम्बक में दो पोल North or South (N ,S) होते हैं पर इन दोनों पोल को शक्ति चुम्बक के केंद्र में स्तिथ नंबर 9 ही देता है।
इस संसार में दो तरह की शक्तियाँ है एक सकारात्मक दूसरी नकारात्मक और इन दोनों को नंबर 9 नियंत्रित रखता है।

Number 3 का महत्व

Number 3 वह नंबर है जिसका उपयोग इस ब्रह्माण्ड को बनाने में सबसे ज्यादा दिखाई पड़ता है। जैसे एक Atom में तीन Particles होते हैं इलेक्ट्रान,प्रोटोन और न्यूट्रॉन (Electron, Proton, Neutron). इन 3 पार्टिकल्स ने मिल कर सारे ब्रह्माण्ड का निर्माण किया है।
समय भी नंबर 3 से सम्बन्ध रखता है जैसे वर्तमान काल ,भूतकाल और भविष्य काल (Present, Past, Future)

Number 6 का महत्व

तीन तरह के Particles में तीन तरह के चार्ज होते हैं और ये मिल कर नंबर 6 को दर्शाते हैं। नंबर 3 और नंबर 6 मिल कर कार्य करते हैं और इनकी निगरानी नंबर 9 करता है। नंबर 9 की वजह से नम्बर 3 और 6 इस ब्रह्माण्ड में कुछ भी बना पाते हैं।

नंबर 9 ही पूरे ब्रह्माण्ड की बागडोर अपने नियंत्रण में रखता है। नंबर 9 सब कुछ होते हुए भी शून्य के सामान है ये सुनने ने अजीब है पर ये सत्य है चलिए इसको जानते हैं।

नंबर 9 अपने आप में अलौकिक शक्तिओ को समाये हुए है और ये ब्रह्माण्ड के बनने से पहले भी था। हमारे हिन्दू धर्म में हम ॐ का जाप करते हैं इसमें भी तीन तरह की ध्वनि होती हैं। ॐ की आवृत्ति 432 Hz होती है। और अगर हम इन अंको को जोड़े तो नंबर 9 ही आता है।

432 = 4 + 3 + 2 = 9

हमारे गणित में जो मुख्य नंबर्स हैं वो भी 9 ही हैं (1 2 3 4 5 6 7 8 9) 10 कोई नंबर नहीं होता।
यही कारण था की नंबर 3,6,9 को लेकर निकोला टेस्ला इतना प्रभावित थे। इन नंबर्स 3,6,9 को हमारे पूर्वज हजारो साल पहले से ही जानते थे। वे मानते थे की नंबर 9 एक ऐसा नंबर है जंहा आकर सबकुछ समाप्त हो जाता है या पूर्ण हो जाता है।

मनुष्य का नंबर 9 से सम्बन्ध

मनुष्य पैदा होने से पहले 9 महीने तक माँ के गर्भ में रहता है। मनुष्य को भी 9 महीने का समय पूर्ण रूप से विकसित होने में लगता है।हमारी वैदिक गणित में भी ये उल्लेख मिलता है की नंबर 9 शून्य के समान है। लेकिन वर्तमान समय में हमारे स्कूल या कॉलेज में इस ज्ञान को नहीं पढ़ाया जाता। आप दुनिया भर की चीजों को ध्यान से देखे तो उनका सम्बन्ध कही ना कंही नंबर 3,6,9 से जुड़ा मिलता है।

Nikola Tesla पर नंबर 3,6,9 का प्रभाव

निकोला टेस्ला (Nikola Tesla) ने लिखा था की
“My brain is only a receiver, in the Universe there is a core from which we obtain knowledge, strength, and inspiration. (“मेरा मस्तिष्क केवल एक रिसीवर है, ब्रह्मांड में एक कोर है जिससे हम ज्ञान, शक्ति और प्रेरणा प्राप्त करते हैं।)

यंहा Word “Core” का इशारा नंबर 9 की तरफ था।

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