क्या आप इन रोचक तथ्यों (Interesting facts) को जानते हँ।
हम सभी अपने अपने दैनिक कार्य करते हैंऔर इसको करने के लिए तरह की वस्तुओ का उपयोग करते हैं। पर इन वस्तुओ में कई राज भी छुपे होते हैं जिनको हम समझ नहीं पाते। पर इनके रोचक तथ्यों को जानना भी जरुरी हैं। जब आप को इनके रोचक तथ्यों (Interesting facts) के बारे पता चलेगा तो आप हैरत में पड़ जायेंगे।
आज हम इन रोचक तथ्यों (Interesting facts) को जानेंगे और इनके बारे में जानना भी जरूरी है। तो चलिए इन जीजो के रोचक तथ्यों (Interesting facts) को जानते हैं
पैन के Cap में छेदो का होना
आपने देखा होगा की जिन पैनो से हम लिखते हैं उसकी Cap (ढक्कन) के ऊपर छोटे छोटे छेद होते हैं। क्या आपने कभी इसके बारे में सोंचा है। आज इन छेदो की वजह के रोचक तथ्य (Interesting fact) को जानते हैं। बहुत से लोगो का मानना है की ये पैन के इंक के दबाव को संतुलित करता है। पर इन छेदो की वजह के बारे में जान कर आप हैरत में पड़ सकते हैं।
पैन की Cap के ऊपर जो छेद होते हैं वो छोटे बच्चो की सुरक्षा को ध्यान में रख कर बनाये गये हैं। छोटे बच्चे किसी भी वस्तु को मुँह में ले जाते हैं। यदि बच्चे खेल खेल में पैन की Cap को अपनी स्वाँस नाली में फसा लेते हैं तब यह छेद उसको सांस लेने में मदद करते हैं।
जिससे बच्चे को समय मिल जाता और वक्त रहते उसको किसी डॉक्टर से आसानी से निकलवा सकते है। इस तरह पैन की CAP के छेद किसी मासूम की जान को बचा सकते हैं। इस तरह की घटनाये पहले हो चुकी हैं जिसको ध्यान में रख कर पैन की CAP में छेद किये जाने लगे।
जींस में छोटी पॉकेट को क्यों बनाया गया ?
आज हम जो जींस पहनते हैं उसकी छोटी पॉकेट में सिक्के या कोई छोटी वस्तु रखते हैं। जिसको कुछ लोग Coin पॉकेट या कंडोम पॉकेट भी कहते हैं। क्या आप इस छोटी पॉकेट के रोचक तथ्यों (Interesting facts) को जानते हैं। जींस पश्चमी देशो से हमारे देश में आयी है जींस भारतीय परिधान नहीं है।
पश्चमी देशो में जींस को मजदूरों के लिए बनाया गया था। इसका कारण यह था की जींस आराम दायक होने के साथ मजबूत कपडे से बनायीं जाती थी। इसको पहन कर मजदूर आराम से काम कर सकते थे और इसके फटने का डर भी ना के बराबर था।
प्रारम्भ में जींस में छोटी पॉकेट नहीं थी इसके बाद जींस को Cowboy भी पहनने लगे। Cowboy जानवरो को चराने वाले या उनकी रखवाली करने वालो को कहा जाता है। Cowboy अपने साथ एक घडी को रखते थे जिससे वे सही समय को जान सकते थे। उस समय Levi’s कम्पनी ने जींस की दांयी जेब के ऊपर एक छोटी पॉकेट बनायीं। इस छोटी पॉकेट को विशेष रूप से घडी को रखने के लिए बनाया गया था। जिससे इसमें राखी घडी के गिरने या टूटने की सम्भाना नहीं थी।
Notebook या किताबों में ऊपर नीचे या दांयें बायीं ओर मार्जिन क्यों दिया जाता है ?
हम बचपन से अब तक कॉपीयों या (Notebook) मे लिखते आये हैं। हम सभी ने देखा है की कॉपीयों या (Notebook) पर पेज के ऊपर नीचे और दांये बाँए मार्जिन या रिक्त स्थान होता है। पर ये मार्जिन किस लिए होता है ये बहुत कम लोग ही इन रोचक तथ्यों (Interesting facts) को जानते हैँ।
बहुत से लोग इन मार्जिनस को खाली छोड़ने की वजह नंबर डालने या जरूरी पॉइंट्स को लिखना समझते हें। मार्जिन के पीछे के रोचक तथ्य (Interesting fact) को जाना भी बहुत जरूरी है। इन मार्जिनस को बहुत पहले बनाया गया था जो आज तक बनते आये हैं। प्राचीन काल मे दिमक और चूहे इनको काट दिया करते थे इनकी रोकथाम की व्यवस्था भी नहीं थी। ये आप भी जानते होंगे जब चूहे या दिमक Notebook या किताबों को काटते हैं
तो वे उनको किनारो से ही काटते हैं। किताबों या कोपियों मे लिखे महत्वपूर्ण लेख को बचाने के लिए इनमे किनारो से मार्जिन छोडे जाने लगे। Notebook या किताबों को दीमक या चूहे काटते थे तो बीच मे लिखे हुए लेख सुरछित रहते थे। Notebook या किताबों में ऊपर नीचे या दांयें बायीं ओर मार्जिन बनाने की मुख्य वजह यही थी जो आज तक लागू है।
रबर में नीला या काले रंग की विशेष वजह
अपने दो रंगो की रबर जरूर देखी होगी और इसका उपयोग भी किया होगा। इस रबर मे दो रंग होते हैं एक तरफ यह नीले या काले रंग की होती है और दूसरे सिरे पर हलके या सफ़ेद रंग की होती है। हम मे से बहुत से लोग काले या नीले शिरे को पेन की लिखावट को मिटाने के लिए इस्तेमाल करते आये हैं।
इस वजह से पेन की लिखावट मिटाने के चककर मे बहुत से पेज फाड़े गये। ऐसा इसलिए हुआ क्योकि हमको पता ही नहीं की इसको कैसे इस्तेमाल किया जाता है। इस रबर के हलके रंग वाले भाग को पेन्सिल से लिखे गये शब्दों को मिटाने मे प्रयोग होता है।
जबकी गहरे नीले या काले भाग का इस्तेमाल दीवार पर चलए गए पेन और पेन्सिल के निशानो को मिटाने मे इस्तेमाल किया जाता है।
खाना बनाने वाले बर्तनो के हैंडल्स में छेद क्यों होता है ?
हर व्यक्ति ने रसोइ मे कभी ना कभी कुछ ना कुछ जरूर बनाया होगा। और अपने अधिकांश खाना बनाने वाले बर्तनों के पकड़ने वाले भाग में एक छेद जरूर देखा होगा। क्या आप जानते हैं ये छेद किस करण बनाया गया है।
बहुत से लोग इस छेद के बारे मे नहीं जानते की इसको बनाये जाने का क्या करण है। तो आपको बता दे की ये छेद उस बर्तन मे इस्तेमाल किये जाने वाले चम्मच (Big Spoon) को रखने के लिए बनाया गया है। जिससे बनाये जाने वाला भोजन अन्य जगह पर ना बिखरे।
बियर की बोतलों का रंग गहरा क्यों होता है?
बियर की बोतलों के बारे में हर इंसान नहीं जनता होगा क्योकि वे इसको पीते ही नहीं होंगे। लेकिन जो इसको पीते हैं उनको इसके नाम को सुनकर ही एक सुखद अहसास हुआ होगा। लेकिन बियर पीने वाले भी बियर की बोतलों के रंग के बारे में नहीं जानते होंगे।
क्या आपने ध्यान दिया है की बियर की बोतलों को सिर्फ भूरे या हरे रंग की बोतल में ही रखा जाता है। इन रंगो को क्यों चुना गया इसके पीछे भी रोचक तथ्य (Interesting fact) का ही हाँथ है। सबसे पहले बियर को पारदर्शी बोतलों में ही रखा जाता था।
कुछ समय बाद देखा गया की जब बियर सूर्य के प्रकाश के संपर्क में आती थी तो बियर का स्वाद ख़राब को जाता था। जब इसके कारण को पता किया गया तो पता चला की इसका कारण प्रकाश की अल्ट्रावायलेट किरणे थी।
इस कारण बोतलों का रंग बदल कर भूरा या हरा कर दिया गया। अल्ट्रावायलेट किरणे भूरे या हरे रंग द्वारा रुक जाती हैं और बियर का स्वाद ख़राब नहीं होता। यही कारण है की बियर की बोतलों को भूरे या हरे रंग का बनाया जाने लगा।
सोडा कैन के ऊपर खोलने वाली टैब में छेद क्यों होता है ?
टिन से बने सोडा कैन और कोल्ड्रिंक की कैन पर खोलने वाली टेब पर एक छोटा छेद होता है। अधिकांश लोग इसको ऊँगली फसा कर खोलने के काम मे इस्तेमाल करने के लिए जानते हैं।
पर इसको किसी अन्य वज़ह से बनया गया है जिसको बहुत कम लोग ही इन रोचक तथ्य (Interesting fact) को जानते हैं। जानते हैं। इस छेद का इस्तेमाल कैन की ड्रिंक को पिने के लिए स्ट्रा पाइप को फ़साने के लिए बनाया जाता है। इसके साथ आप यह भी जान ले की कैन बनाने वाली कम्पनियो ने इनको सीधे मुँह लगा कर पीने के लिए बनाया ही नहीं है। इनको सिर्फ स्ट्रा डाल कर पीने के लिए बनाया गया है।
लेकिन इसकी जानकारी ना होने के करण लोग इसको सीधे मुँह लगा कर पीते हैं और ड्रिंक को अपने ऊपर गिरा भी लेते हैं । अब आप जब भी किसी टिन कैन से ड्रिंक पिये तो इसका ध्यान जरूर रखे।
कार की सीट पर लगे हेड रेस्ट का उपयोग
आप सभी ने कार की सीटो के ऊपरी भाग पर लगे हेड रेस्ट को जरूर देखा होगा। और आपने गौर किया होगा की इनको सीट से अलग भी किया जा सकता है। इनको अलग से लगाने की एक् खाश वज़ह होती है।
यदि कभी कोई यात्री दुर्घटना वस कार मे फस जाए और कार का दरवाजा ना खुले तो इसको निकाल कर यात्री अपनी कार के शीशे को तोड़ कर बहार निकल सकता है। यदि कोइ कार पानी मे डूब रही हो तब भी इसको इस्तेमाल कर अपनी कार के शीशे को तोड़ कर यात्री बहार निकल सकते हैं। हेडरेस्ट के नीचे लोहे की नुकीली छडे होती हैं जो आसानी से आपके कार के शीशे तोड़ सकती हैं।
बैग पैक को भीड़ में पहने का तरीका
आपने भीड़ भाड़ वाली जगह पर बहुत से ऐसे लोग देखे होंगे जो बैग को पीठ पर ना टांग कर आगे की ओर टांगते हैं। वैसे तो बैग हमेसा पीठ पर ही टांगा जाता है पर किस वजह से लोग इसको आगे की ओर टांगते हैं।
इसके रोचक तथ्य (Interesting fact) को जान कर आपको एक सिख भी मिलेगी। बड़े शहरो की भीड़ भरी जगहों पर जैसे मेट्रो ट्रेन, बस स्टैंड या बाजार में आपको अपने बैग पैक को हमेशा आगे की और ही टांगना चाहिए।
इसका सबसे महत्वपूर्ण कारण यह है की आपका सामान भीड़ में घूमते चोरो के हाथ नहीं लगेगा। जब आपका बैग आपके सामने की और होगा तो आप बैग में रखे सामान का इस्तेमाल भी आसानी से कर पाएंगे।
जरूर जाने – नया फोन को खरीदने से पहले ये जान लें
Good information
really amazing facts and interesting knowledgeable information