DRUGS के जाल में इंडियन बॉलीवुड सितारे
हमारे देश DRUGS में जैसे कोकीन, हीरोइन, गांजा,चरस और ना जाने कितने DRUGS जो धड़ल्ले से इस्तेमाल किए जाते हैं ।जबकि हमारे देश में इस पर पाबंदी है। Drugs का ज्यादा इस्तेमाल विकसित शहरों में मुंबई बेंगलुरु दिल्ली गोवा जैसे कई शहर है जिनमें इनका इस्तेमाल अत्यधिक किया जाता है। अभी हाल फिलाल में आप लोगों ने सुना होगा कि हमारे Indian Bollywood की कुछ महान हस्तियां ड्रग्स के इस्तेमाल में लिप्त पाई गई हैं। जिनके खिलाफ काफी सबूत NCB (Narcotics Control Bureau) को मिले हैं और इस पर जांच चल रही है। और भी Bollywood में ऐसे सितारों के नाम सामने आ रहे हैं जिनके करोड़ो फैन हैं और कुछ जिनके नाम अभी सामने आना बाकी हैं।
Bollywood stars Drugs
आपने कभी सोचा की हमारे Bollywood stars Drugs लेते होंगे पर सच्चाई ये की ये लोग अत्यधिक मात्रा में Drugs लेते हैं। NCB ने जब Bollywood stars के नाम बताये जिनमे रिया चक्रबर्ती दीपिका पादुकोण ,स्रद्धा कपूर , सारा अली खान ,रकुल प्रीत सिंह जो Drugs में लिप्त पायी गयी हैं। और कुछ टॉप अभिनेता जिनके नाम अभी नहीं बताये हैं जो जल्द ही सबको पता चल जायेंग। इन अभिनेता और अभिनेत्री जिनके करोडो फैन हैं जो इनको अपना रोले मॉडल मानते हैं उनको कैसा लगा होगा। शायद अब इनको फॉलो नहीं करेंग हमारा Bollywood पूरे विश्व में मशहूर हैं पूरी दुनिया में Indian Bollywood की बेज्जती इन लोगो ने करा दी। लोगो के सामने इनकी असलियत आ चुकी है ये देखने वाली बात होगी की इनकी मूवी कौन देखेगा।
और सबसे ज्यादा दुख की बात यह है कि हमारे देश में बच्चे हैं जो कि नाबालिग है वह इन DRUGS का बहुत ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे लगता है कि हमारे आने वाला भविष्य DRUGS की वजसे प्रभावित होगा। DRUGS लेने वाले लोग अधिकतर समाज से कटे कटे रहते हैं और वे कई लोगों को इसकी लत लगा हैं। हमारे देश में DRUGS को लेकर कई कड़े कानून बने हुए हैं जो कि बहुत कठोर हैं इसके बावजूद भी हमारे देश में DRUGS हमारे पड़ोसी देशों से आता है। जिसमे पाकिस्तान प्रमुख है और बहुत अत्यधिक मात्रा में आता है जिसको यह DRUGS Peddler बड़े-बड़े शहरों में डिस्ट्रीब्यूट करते हैं। उसके बाद वहां के लोकल Peddler उसको देश में सप्लाई करते हैंऔर बहुत मोटा पैसा कमाते हैं। यह बहुत लंबी चेन होती है हमारा पड़ोसी देश पाकिस्तान जिसके यहां अफीम की खेती बिना लाइसेंस के की जाती है। अधिकतर DRUGS से अफीम से बनते हैं और इसको हमारे देश में पाकिस्तान बहुत आसानी से पंजाब के रास्ते बांग्लादेश के रास्ते और समुद्री मार्गो से पहुंचाता है। ड्रग्स एक ऐसी गंदी लत है जो इंसान को भीतर से खोखला बनाती है। और जब इसकी एक बार लत लग जाती है तो इसको कोई भी व्यक्ति छोड़ नहीं सकता खाना खाना पानी पीना छोड़ सकता है। लेकिन वह व्यक्ति DRUGS बगैर रह नहीं रह सकता वो खुद तो बर्बाद होता ही है साथ में अपने पूरी फैमिली को मानसिक और आर्थिक रूप से कष्ट पहुंचाता है। ड्रग्स लेने वाले व्यक्ति के परिवार वाले और साथ ही संबंधी समाज में हीन दृष्टि से देखे जाते हैं।
हमारे देश में DRUGS
हमारे देश भारत में यह बहुत प्राचीन समय से चलता आया है जितने बाबा सन्यासी लोग एक प्रसाद के रूप में DRUGS ग्रहण करते हैं। और उसको भगवान शंकर का प्रसाद बताते हैं हमारे यहां शिवरात्रि पर गांजे और भांग को प्रसाद रूप मंदिरों में बांटा जाता है। इसमें बच्चे भी शामिल होते हैं और बुजुर्ग भी क्या कभी किसी भांग या चरस को प्रसाद रूप से ग्रहण करना उचित है। लेकिन हमारे देश की यह प्रथा चरस भांग और ड्रग्स को बढ़ावा देने का काम करती है। यह एक काला सच है कि हमारे देश के गरीब परिवारों में बच्चे बहुत तेजी से DRUGS का शिकार हो रहे हैं। यह उनके एक तरह से भविष्य को खराब करने वाली व शारीरिक और मानसिक रूप से उन को बर्बाद करने की एक बहुत बड़ी साजिश है। बच्चों का दिमाग तेजी से विकसित होता है लेकिन उसी आयु में उनको DRUGS का आदी बनना पड़ता है और जिसका बहुत बुरा असर उनके विचारों पर पड़ता है।
Drug Enforcement Administration
अभी कुछ समय पहले संयुक्त राष्ट्र DRUGS एंड अपराध कार्यालय (Drug Enforcement Administration) द्वारा DRUGS रिपोर्ट 2020 जारी की गई है। इसमें अवैध मादक पदार्थों के उत्पादन आपूर्ति तथा सेवन पर कोरोना वायरस के कारण पढ़ने वाले प्रभाव को बताया गया है। इस रिपोर्ट के अनुसार आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण लोग DRUGS और अवैध गतिविधियों का सहारा ले सकते हैं। क्योंकि कोरोना वायरस के चलते लोगों की आर्थिक स्थिति अत्यधिक खराब हो चुकी है। इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से कई देश जीवन रक्षक दवाओं और बीमारों के लिए किए जाने वाले परीक्षणों में कटौती कर सकते हैं। इसका परिणाम यह होगा कि लोग सस्ती और खराब दवाओं का इस्तेमाल करेंगे। इटली नाइजीरिया और मध्य एशिया के देशों में DRUGS की तस्करी भारी मात्रा में होती है इसकी वजह से ड्रग्स तस्करों (Drug Peddler) ने DRUGS तस्करी छोड़कर नकली दवाओं में काम करना सुरु कर दिया है।
DRUGS तस्करों ने ड्रग तस्करी छोड़कर साइबर अपराध और नशीली दवाओं को बनाने में रुचि ज्यादा ली है। वहीं दूसरी तरफ ड्रग तस्करी में तेजी देखी गई है। कोरोना वायरस के चलते दुनिया के कई देशों की आर्थिक स्थिति पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है। ड्रग्स की उत्पादन में भी बहुत कमी आई है इसलिए एक रिपोर्ट के अनुसार Acetic के उत्पादन में बहुत बड़ी कमी आई है। Acetic Anhydride का उपयोग हीरोइन और अन्य DRUGS बनाने में किया जाता है। फिलहाल कई देशों में अभी तक हवाई यात्राओं पर रोक लगी हुई है इस वजह से DRUG तस्करी में काफी गिरावट आई है। पर इसकी वजह से समुद्री ड्रग तस्कर अपनी तस्करी को समुद्र के रास्ते और ज्यादा बढ़ा रहे हैं। अभी कुछ समय पहले हिंद महासागर में एक बहुत बड़ी मात्रा में हेरोइन बरामद की गई है इससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि यूरोप महाद्वीप के देशों में ड्रग तस्करी को समुद्र के रास्ते से दूसरे देशों में पहुंचाया जा रहा है।
हम अपने देश भारत की बात करें तो DRUGS के इस्तेमाल के लिए हमारा देश बहुत बड़ा मार्किट है।और अगर हमारे देश में एसे लोग DRUGS का इस्तेमाल करेंगे जिनको लोग अपना IDOL मानते हैं तो सोचिये ये कितना ख़तरनाक हो सकता है। पहले से ही बहुत बच्चे जो नाबालिग हैं DRUGS ले रहें। अगर हमारी सरकार इसकी रोक पर कठोर कदम नहीं उठाएगी तो आने वाला समय युवा पीढ़ी को बर्बाद कर देगा। और जो Hero or Heroine DRUGS का use करते हैं उन पर बैन लगया जाये और साथ ही कठोर सजा भी दी जाय।
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