बेंजामिन नेतन्याहू इसराइल के प्रधानमंत्री का जीवन परिचय (Benjamin Netanyahu Biography)
बेंजामिन नेतन्याहू का जन्म
बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) का जन्म 1949 में 21 अक्टूबर इजराइल देश के तेल अवीव शहर में हुआ था। इनके माता पिता एक यहूदी परिवार से थे। 2024 वर्तमान में बेंजामिन नेतन्याहू इजराइल के प्रधानमंत्री हैं। बेंजामिन नेतन्याहू की गिनती दुनिया के पावरफुल लीडर्स में होती है। वर्तमान 2024 में इनकी आयु लगभग 73 वर्ष है। इनको इनके माता पिता प्यार से बीवी भी कहा करते थे।
बेंजामिन नेतन्याहू के माता पिता और भाई (Benjamin Netanyahu’s Parents and Brother)
बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) के पिताजी का नाम बेंजोइन नेतन्याहू (Benzion Netanyahu) और इनकी माता जी का नाम तजिला सेगल (Tzila Segal) है। बेंजामिन नेतन्याहू के पिता हिस्ट्री के प्रोफेसर थे, वहीं इनकी माता एक साधारण ग्रहणी थीं। बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) के दो भाई हैं, इनके एक भाई का नाम योनाथन नेतन्याहू (Yonatan Netanyahu) था, वे इसराइल डिफेंस फोर्स के एक बड़े अफ़सर थे। बेंजामिन नेतन्याहू के दूसरे भाई का नाम ईडो नेतन्याहू (Iddo Netanyahu) है, और वे एक डॉक्टर हैं। 1976 में जब बेंजामिन नेतन्याहू डॉक्टरेट की पढ़ाई अमेरिका में कर रहे थे, तब इनके भाई योनाथन नेतन्याहू (Yonatan Netanyahu) को एक आतंकवादी ने गोली मार दी थी, जिसकी वजह से उनके भाई योनाथन नेतन्याहू (Yonatan Netanyahu) की मौत हो गई थी।
बेंजामिन नेतन्याहू की शिक्षा (Benjamin Netanyahu Education)
बेंजामिन नेतन्याहू की प्रारंभिक शिक्षा इजरायल के यरुशलम में मौजूद Henrietta Szold Elementary School और अमेरिका के पेंसिलबेनिया शहर में मौजूद चलतेनहम हाई स्कूल (Cheltenham High School) से पूरी हुई है। वही इन्होंने अपने कॉलेज की पढ़ाई Massachusetts Institute of Technology Cambridge (MIT), United States और Harvard University से पूरी की है। नेतन्याहू ने बैचलर ऑफ साइंस के साथ साथ मास्टर ऑफ साइंस की डिग्री हासिल की है। इस प्रकार इन्होंने ने विज्ञान में मास्टर डिग्री प्राप्त की है। मेनचेस्टर इंस्टीटूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (Massachusetts Institute of Technology- MIT) में पढ़ाई करते समय बेंजामिन नेतन्याहू ने अपनी मास्टर डिग्री को सिर्फ ढाई साल में ही पूरा कर लिया, जिसको पूरा करने में 4 साल का समय लगता है।
बेंजामिन नेतन्याहू का परिवार (Benjamin Netanyahu’s Family)
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने तीन विवाह किये इन्होंने 1972 में पहला विवाह मिरियम वेइज़मैन (Miriam Weizmann) से किया था, जो स्वम एक आर्मी ऑफिसर थी, इन्होंने 1978 में पहली पत्नी मिरियम वेइज़मैन (Miriam Weizmann) को तलाक दे दिया था। इन्होंने दूसरा विवाह 1981 में फ्लेयर काटेस (Fleur Cates) से किया, जो की एक स्नातक की उपाधि प्राप्त घरेलू महिला थीं। बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) ने अपनी दूसरी पत्नी फ्लेयर काटेस (Fleur Cates) को तलाक 1984 में दिया। इसके बाद इन्होंने तीसरा विवाह 1991 में सारा बेन – अर्तज़ई (Sara Ben-Artzi) से किया जो एक फिजियोलॉजिस्ट हैं। बेंजामिन नेतन्याहू की पहली पत्नी मिरियम वेइज़मैन (Miriam Weizmann) से दो पुत्री हैं, जिनके नाम के नाम नोआ नेतन्याहू (Noa Netanyahu) और रोथ नेतन्याहू (Roth Netanyahu) है। इनकी तीसरी पत्नी सारा बेन – अर्तज़ई (Sara Ben-Artzi) से दो बेटे हैं जिनके नाम याईर नेतन्याहू (Yair Netanyahu) और अवनेर नेतन्याहू (Avner Netanyahu) हैं।
बेंजामिन नेतन्याहू का करियर के मुख्य हिस्से (The main parts of Benjamin Netanyahu’s career)
- बचपन में बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) को पढ़ाने वाले एकअद्यापक ने कहा था की बेंजामिन एक साहसी और मदद करने वाले व्यक्ति हैं। इसके अध्यापक ने साथ में यह भी कहा था, की बेंजामिन नेतन्याहू का व्यवहार दूसरो के प्रति बहुत ही सरल और मधुर था।
- नेतन्याहू अपने जीवन काल में दो बार अमेरिका में रहे पहली बार वे अमेरिका के फिलाडेल्फिया में 1956 से लेकर के 1958 तक रहे और दूसरी बार 1963 से लेकर के 1967 तक अमेरिका फिलाडेल्फिया में रहे।
- अमेरिका में रहते समय इन्होंने अपने नाम को बेंजामिन बेन नेटा (Benjamin Ben Nita) कर लिया था, जिससे अमेरिकी मूल के लोग उनके नाम को आसानी से ले सकें।
- अमेरिका में अपना काफी समय बिताने के साथ ये अमेरिकी अंदाज में अंग्रेजी बोलते हैं। वे अमेरिका से लंम्बे समय तक जुड़े रहे यही कारण रहा की उनके और अमेरिका के राजनितिक सम्बन्ध हमेशा मधुर रहे।
- 1966 में ये वापस इजराइल लौटे ये लगभग 5 साल तक इसराइल के डिफेंस फोर्स में स्पेशल कमांडो के पद पर भी रहे।
- ये महज़ 18 साल की उम्र में इजरायली की सेना के कमांडो बने थे।
- 1966 से लेकर 1970 के बीच हुए युद्ध में नेतन्याहू ने दुश्मनो के खिलाफ IDF की स्पेशल कमांडो यूनिट में कार्य किया।
- नेतन्याहू को 1972 में दुश्मनो द्वारा एक गोली भी मरी गयी थी उस समय वे हाईजैक किए गए विमान बेल्जियम एयरलाइंस की सबीना फ्लाइट (Sabena Flight 571) से 100 लोगों को रेस्क्यू कर रहे थे।
- नेतन्याहू ने एयरलाइंस की सबीना फ्लाइट 571 (Sabena Flight 571) को छुड़वाने में अहम भूमिका निभाई थी। यात्रियों को छोड़ने के बदले में आतंकियों ने इजरायली जेल में बंद 315 फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ने की मांग की थी।
- साल 1973 में नेतन्याहू ने योम किपुर (Yom Kippur) युद्ध में भी अपना योगदान दिया।
- नेतन्याहू ने 1976 से 1978 तक बोस्टन शहर में बोस्टन कंसलटिंग ग्रुप के इकोनामिक कंसल्टेंट के तौर पर काम किया।
- 1978 में नेतन्याहू ने आतंक के विरोध के लिए जोनाथन नेतन्याहू एंटी – टेरर इंस्टिट्यूट (Jonathan Netanyahu Anti-Terror Institute) भी चलाया जिसमें वह लोगों को आतंकवाद के विरोध की पढ़ाई करवाते थे।
- 1980 से 1982 में नेतन्याहू ने इजरायल के कुछ प्रमुख राजनेताओं के साथ अच्छे संबंध बनाये जब वे येरुशलम के रिम इंडस्ट्री के निदेशक के तौर कार्यरत थे।
- नेतन्याहू की दोस्ती 1980 के दशक में डोनाल्ड ट्रंप के पिताजी फ्रेड ट्रम्प से हुयी तब वे न्यूयॉर्क में रह रहे थे।
- पहली बार 1996 में नेतन्याहू इजराइल देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री बनने में सफल हुए।
- नेतन्याहू ने फाइनेंस मिनिस्टर के पद से अपना इस्तीफा इस कारण दे दिया जब 2005 में अगस्त के महीने में गाजा से यहूदी निवासियों को हटाने और इजराइल की जमीन फिलिस्तीन को दिए जाने की बात हुयी।
- 2017 में नेतन्याहू ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की, और आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए ट्रंप के द्वारा उठाए गए महत्वपूर्ण कदम के लिए उनकी काफी ज्यादा प्रशंसा की गई थी।
- नेतन्याहू ने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1988 में लिकुड पार्टी के चुनाव लड़कर की, और इस चुनाव में उन्हें विजय प्राप्त हुई और वह इजराइली संसद (सीनेट) के मेंबर बने।
- नेतन्याहू को बाद में उप विदेश मंत्री का पद भी मिला और उनके कार्यो देखते हुए बेंजामिन नेतन्याहू को लिकुड पार्टी का अध्यक्ष बना दिया गया।
बेंजामिन नेतन्याहू इसराइल के विख्यात यहूदी प्रधानमंत्री में गिने जाते हैं। इनके कार्यकाल में इसराइल एक ससक्त देश के रूप में विश्व में उभरा है। इसराइल पूरे विश्व में इकलौता यहूदी देश है, आज इसराइल ने सभी दिशाओं में अपनी तरक्की के पँख फैला रखें है। आज इसराइल की सेना हो वहाँ की ख़ुफ़िया एजेंसी मोसाद हो या इसराइल की टेक्नोलॉजी इसका लोहा पूरा विश्व मानता है।
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