आपको जिस काम के लिए देश की जनता ने सर आंखों पर बिठाया था आज वही जानता दम घुटने से मर रही है उनकी ऑक्सीजन आपने उनके फेफड़ों से छीन ली। आगर मक्कार नेता रैलियों को भूल कर मरीजों पर और उनकी जरूरतों पर ध्यान देते तो उनकी जान बचाई जा सकती है। राज्य सरकारों में मौतों पर राजनीती करवाते हैं न्यूज चैनल पक्ष और विपक्ष ये कह कर सीना चौड़ा कर एक दूसरे पर आरोप ये लगाते मिल जायेंगे की तुम्हारे राज्य में जादा लोग मर रहे हैं तो दूसरा कहता है तुम्हारे राज्य में जादा मर रहे हैं। कितनी गंदी हो गई राजनीती की नीति हमारे देश में एक ऐसी भी पार्टी है जो अपनी हरकतों की वजह से लगभग राजनीती से जनता द्वारा बाहर कर दी गई। तो आपकी हरकते भी उससे कुछ अधिक अच्छी नहीं सुधार जाए वरना जनता की ताकत आपको जल्द ही देखने को मिलेगी।
किस गलती से कोरोना की दूसरी वेव मचा रही देश में कोहराम।
8 फरवरी 2021 को हमारे देश में सबसे कम लगभग 9000 केस आये थे और Corona ख़त्म होता मालूम पड रहा था। हमरे देश का कोरोना ग्राफ 14 फरवरी 2020 से सुरु हुआ और 16 सितम्बर को कोरोना के 97894 पॉजिटिव मरीज मिले ये साल 2020 का Corona पॉज़िटिव मरीजों का सबसे बड़ा आकड़ा था। अब साल 2021 में ये और बदतर होता जा रहा है रोजाना लगभग 2 लाख नए मरीज मिल रहे हैं और मौत के आकड़े तेजी से बढ रहे हैं। किसी ने नहीं सोचा था की कोई अपने ही परिवार के व्यक्ति के शव को जलाने के लिए वेटिंग की लाइन में खड़ा होगा शमसान में चिताएं ठंडी नहीं हो रही कब्रिस्तान में कब्र JCB मशीनों से खुद रही है।
क्या हुआ ताली,थाली और घंटी का?
“मैं यहा खुद नही आया मुझे मां गंगा ने बुलाया है” इस जुमले को लोगो ने सच माना और आपको जिम्मेदारी दे दी। अब जा कर तो देख लीजिए कासी के शमसान घाटों पर कितनी मां के लाल अपनी चिता जलने का इंतजार कर रहे है लकड़ियां नही चिता जलने को,लखनऊ में समानघाट पर चिता जल्दी जलाने के लिए 10,000 रिश्वत ली जा रही है। पर कुर्सी के कीड़े बंगाल में Corona फैला रहे हैं और आरोप आम जनता के सर मढ दिया जाता। हमारे देश में कम पढ़े लिखे लोग अंधविश्वास के शिकार सुने भी थे और देखे भी थे। पर हमारे देश की सरकार और उसके मुखिया भी ऐसी हरकत में पूरे देश को सामिल करेंगे इसका यकीन नही होता। अब कुछ अंध भक्त इसमें भी कोई तर्क बता देंगे डरी हुई जानता से कुछ करवाना बहुत आसान होता है लेकिन इस थाली ताली और घंटी का Corona से क्या लेना देना क्या। हमारे देश की आम जनता भोली है कोई छल नही इनके दिल मे इसलिए सालो से सरकारें जनता को बेफकुफ बनाती आईं हैं। पर ये 21वीं सदी है तो आप भूल जाओ आपकी मनसा जनता समझने लगी है। जब चुनाव होता है तो आप बार जा कर झूठे वादे करते हो पर जब जनता को आपकी जरूरत होती है तो आप गायब हो जाते हो।
क्यों आगे नही बढ़ाए गए चुनाव।
हमारे देश में बच्चो के इम्तिहान में बच्चो को प्रमोट कर दिया गया विद्यार्थियों की पढ़ाई नही कर पा रहे। Online Education गरीब बच्चो के मां बाप को मुंह चिढ़ा रही है कितने ही नवयुवकों के भविष्य से जुड़ी प्रतियोगी परीक्षाएं रद्द कर दी गईं। क्या हमारा शिक्षा मंत्रालय इतना कमजोर है की हमारे देश के युवाओं के भविष्य से जुड़ी प्रतियोगी परीक्षाओं को Corona नियम के तहत नही करवा सकता। जाने कितने युवक होंगे जो आगे कोई प्रतियोगी परीक्षा नही दे पाएंगे क्योंकि उनकी आयु नियमो से अधिक हो जायेगी। लेकिन बंगाल चुनाव में कोई रैली ना छूट जाए छोटे से लेकर मुखिया भी रोज बंगाल में जुमले बाजी मचा रहे हैं। “2 गज की दूरी मास्क है जरूरी” यही जुमला देने वाले इसी नियम को जानता से पालन नहीं करवा रहे। आप भीड़ को देख कर डर जायेंगे जिसमे किसी के मुंह पर मास्क नही मिलेगा और 2 गज की दूरी की बात करना ही बेकार है। चुनाव आयोग मंडी बना है कोई खरीद कर कुछ करवाए इसलिए अंधा हो गया कई आम लोगो और राजनीतिक पार्टियों ने शिकायत की पर वो नहीं जानते थे की जिनकी शिकायत की जा रही उनकी शिकायत नही सुनी जाती उनके सिर्फ आदेश ही सुने जाते हैं। हमारे देश की ताकत हमारे गांव Corona से बचे हुए थे पर वहां भी पंचायत चुनाव करवाए जा रहे हैं।क्या इनको रद्द कर आगे नही बढ़ाया जा सकता था देश में रोज 2 लाख से अधिक केस Corona के नए मरीजों के आ रहे हैं। कितने लोग अपना मतदान करने गांव को जायेगे क्या तब वायरस का खतरा नहीं होगा और जब Corona गांव में फैलेगा तो ये काबू से बाहर हो जायेगा।
नया कोरोना वायरस और पुराना कोरोना वायरस
फरवरी 14 मार्च 2020 से सुरु हुआ पुराना कोरोना वायरस और अब 2021 का कोरोना वायरस दोनों में काफी अंतर देखा जा रहा हैं। वैज्ञानिक बता रहे हैं की 2021 में दूसरी लहर में फैलने वाला वायरस अपने रूप बदल रहा हैं। कोरोना वायरस Mutant और Double Mutant हो चूका हैं Mutent का मतलब यह हैं की ये खुद को बचाने के लिए अपनी संरचना में बदलाव कर रहा हैं। इस Double Mutent वायरस से संक्रमित व्यक्ति में अलग तरह के लक्षण दिखाई देते हैं या कोई भी लक्षण दिखाई नहीं दे रहा जो सबसे भयानक बात हैं। नए कोरोना से संक्रमित व्यक्ति को पता ही नही चलता की वो कोरोना वायरस को दुसरो तक अनजाने में पहुंचा रहा हैं। जब इसका पता चलता हैं तब तक मरीज की हालत खराब हो चुकी होती हैं। नया कोरोना वायरस यवाओं और बच्चो में जादा हो रहा हैं और इसके फैलने की रफ़्तार कई गुना बढ़ गयी हैं।
कोरोना का बढ़ता ग्राफ
साल 2020 से 2021 अप्रैल तक के ग्राफ को देखे तो कोरोना से मिलने वाले नए मरीज का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है। और अब रोज हमारे देश में 2 लाख से जादा कोरोना के नए मरीज मिल रहे हैं। सबसे जादा केस महाराष्ट्र में आ रहे यंहा 60 हजार से जादा मरीज एक दिन में मिलने लगे हैं यंहा की मृत्यु दर भी बाकि राज्यों से ज्यादा है। नए मरीज मिलने के हिसाब से कुछ राज्य जो इस कोरोना की सबसे जादा मार सह रहे हैं।
महाराष्ट्र
केरला
कर्नाटक
तमिलनाडु
आंध्रप्रदेश
दिल्ली
उत्तरप्रदेश
वेस्ट बंगाल
छत्तीशगढ़
राजिस्थान
बच्चो और नवयुवको पर भरी नया कोरोना वायरस
हमारे देश में कोरोना की दूसरी लहर में बच्चे और नवयुवक जादा संक्रमित हो रहे हैं। विज्ञानी बताते हैं की दूसरी लहर में वायरस खुद को म्युटेंट कर चुका है और ये म्युटेंट वायरस बच्चो और यवको को जादा नुक्सा
न पहुंचा रहा है। इससे पहले ये म्युटेंट वायरस ब्राजील और ब्रटेन जैसे देशो में तभाई मचा चुका है बच्चो की कोरोना वायरस की वजह से मौतों में ब्राजील पहले स्थान पर है। हमारे देश में वैक्सीन भी 40 वर्ष से अधिक उम्र के लोगो को लगायी जा रही है ये भी एक वजह हो सकती है। बच्चे जब और नवयुवक जब कोरोना से संक्रमित होते हैं तो इसके लक्षण जल्दी नहीं दिखाई देते और जब दूसरे बच्चो और नवयुवको के पास जाते हैं तो उनको भी संक्रमित कर देते हैं।
40 साल से कम उम्र वालो को क्यों नहीं दी जा रही कोरोना वैक्सीन
कोरोना की पहली लहर में देखा गया था की 50 साल से ऊपर के लोगो को कोरोना जादा प्रभावित कर रहा था और उनकी मौते भी जादा हो रही थी। पर अब 40 साल से कम उम्र के लोगो में संक्रमण जादा हो रहा है उनकी मृत्यु दर भी बढ़ गयी है। कई राज्यों ने केंद्र सरकार को चिट्ठी लिख कर वैक्सीन लगवाने की उम्र कम करने को कहा गया है। भारत में जगह जगह इस तरह की मांग होने पर मोदी सरकार फैसला क्यों नहीं ले रही ? इसके जवाव में केंद्र सरकार तर्क दे रही है केंद्र सरकार के स्वास्थ सचिव राजीव भूषण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा की दुनिया भर में वैक्सीन जरुरत के हिसाब से दी जा रही है ना की चाहत के आधार पर। इसके लिए उन्हों ने ब्राजील ,अमेरिका ,ऑस्ट्रेलिया ,ब्रिटेन का उदाहरण भी दिया फिलहाल 40 साल से कम उम्र के लोगो को वैक्सीन दिए जाने पर केंद्र सरकार की तरफ से कोई आदेश नहीं है।
मेरा देशवासियों से कहना है की आपकी समझदारी ही आपको Corona virus से बचाएगी। हमारा देश दूसरे lockdown को नही झेल पाएगा। करोड़ों लोग अपनी नौकरी गवा चुके हैं लाखो लोग अपनी जान गवा चुके हैं।जो लोग कहते हैं Corona कोई बीमारी नही तो उनसे मेरा आग्रह है की किसी बीमारी से डरना गलत है पर इसको ना मानना उससे भी अधिक गलत साबित हो सकता है। बच्चो और बुजुर्गो का ध्यान रखे बे वजह बाहर ना जाने दे।और खुद भी बाहर जाएं तो सावधानी बरते मास्क लगाए कन्ही आपकी गलती आपके घर तक ना पहुंच पाए। जान है तो आप अपनी खुशियां भी Corona खत्म होने के बाद ढूंढ लेंगे। ऐसा आपके अकेले के साथ नही सभी के साथ ही रहा है किसी एक की गलती दूसरे की खुशियां छीन सकती है।
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