RuPay से घबराये Visa और MasterCard
वर्तमान समय मे भारत का RuPay Card Visa और MasterCard पर भारी पड गया है। हमारे देश को अपना खुद का payment service कार्ड की जरुरत क्यों पड़ी ? आज विश्व में भारत एक बड़ी Economy बन कर खड़ा है। हमारी सरकार RuPay का प्रमोशन कर रही है जिससे विश्व की बडी Companies परेशान हो चुकी हैं।आज दुनिया भारत की Advance Technology System पर अपनी नजर गढ़ाए बैठी है। भारत में UPI की जबरदस्त सफलता के बाद अब हमारा RuPay Card सिस्टम पूरी दुनिया पर छा रहा है। RuPay Card के सामने American Companies Visa और MasterCard ने भी अपने हाथ खड़े कर लिए हैं। इन्ही visa और MasterCard का America की इकॉनमी में बहुत बड़ा हाथ है ये अमेरिका की इकॉनमी को चलाती हैं।
आपको पता होना चाहिए की Visa और MasterCard दोनों की तरह RuPay भी एक Payment Method है। RuPay Card भी Debit और Credit Card के लिए पेमेंट की सुविधा देता है। Visa और MasterCard पहले से ही भारत में Payment के लिए इस्तेमाल किये जाते हैं। तो भारत की RBI को क्यों अपने पेमेंट नेटवर्क की जरूरत पड़ी।
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Visa और MasterCard
ये दोनों Visa और MasterCard कार्ड अमेरिका की कम्पनी हैं। यदि आपका Payment Transaction Visa और MasterCard से होता है, तो आपका Data इन American Companies के पास Store रहता है। जो सुरक्षा के रूप से सही नहीं था। इस पर RBI का मानना था की एक भारतीय उपभोग्ता का Data भारत में ही Store रहे। इसको ध्यान में रखते हुए 2012 में RBI ने RuPay को भारत में लागू किया था। 2017 तक RuPay Card का बाजार में सिर्फ 15% योगदान था। और कुछ ही सालो में यह 2022 तक 60 % हो चूका है। इस कारण Visa और MasterCard कोRuPayकी शिकायत अमेरिका की सरकार से करनी पड़ी।
भारत को क्यों खुद का Payment System RuPay बनाना पड़ा ?
भारत को खुद का Payment System RuPay बनाना पड़ा हमारे Advance Payment System को आज पूरे विश्व में तेजी से अपनाया जा रहा है। RuPay Card भारत का अपना Advance Payment System है। जो Byers और Sellers के बीच लेन देन के लिए link बनता है और इसको व्यवस्तिथ भी रखता है। इसी तरह American Payment Compnyes Visa और MasterCard भी यही काम करती हैं। आप सभी ने अपने Debit Card और Credit Card पर इसका Logo जरूर देखा होगा। जिस Card पर जिस Compny का Logo होता है उनके Transections को उन्ही Compny के Payment System से हो कर गुजरना पड़ता है।
MasterCard ने की RuPay Card की शिकायत
2018 में MasterCard ने United State के Transition Representative से RuPay की शिकायत की। इस शिकायत में कहा गया था की भारत के प्रधान मंत्री Ruay को राष्ट्रवाद से जोड़ कर उसका विज्ञापन कर रहे हैं। किसी देश के PM को इस तरह किसी Payment System को बढ़ावा देना हमारे लिए खतरा बन सकता है। इसी तरह Visa ने भी भारत की शिकायत अमेरिकन सरकार से की।
क्यों हिली MasterCard और Visa की जड़ें?
पूरी दुनिया की तरह भारत के बाजार पर MasterCard और Visa का बोलबाला हुआ करता था। ये विदेशी कम्पनी चार पांच साल पहले तक Service Charge के रूप में भारतीयों को लूटती रहीं। अब भारतीय बाजार में RuPay के बढ़ते प्राभाव को देख कर परेशान हो रही हैं। भारत सरकार द्वारा RuPay को बढ़वा देने से इन Compnyes की खाट खड़ी हो गयी है।
भारत सरकार का स्वदेसी को बढ़ावा
भारत सरकार का स्वदेसी को बढ़ावा देते हुए 26 मार्च 2012 को, National Payment Corporation of India (NPCI) के साथ मिल कर RuPay Card को देश में launch किया। RuPay दो शब्दों से मिलकर बनाया गया Rupee + Payment = RuPay है। RuPay को भारत में Cash Less लेन देन के लिए बनाया गया था। उस समय National Payment Corporation of India (NPCI) की मुखिया प्रवीना राय ने कहा था की RuPay Card को देश की सेवा के लिए बनाया गया है।
RuPay Payment Network की जरुरत
भारत को अपना Payment Network की जरुरत कई कारणों से थी। इनमे से कुछ कारण निम्न हैं।
1- देश के उपभोग्ताओ की आर्थिक सुरक्षा
जब एक भारतीय उपभोगता Visa और MasterCard से अपना लेन देन करता है, तो उपभोगता का सारा Data इन्ही कम्पनी से Server पर Store होता है। ये कम्पनी स्वदेसी नहीं है जिससे आगे चल कर उपभोगताओं की आर्थिक सुरक्षा का डर था।
2- Visa या MasterCard का सर्विस चार्ज
ये कम्पनी उपभोग्ताओ से अपनी सेवा देने के बदले एक बड़ा (Merchant Discount Rate) MBR चार्ज वसूल करती हैं। इस तरह भारत के उपभोगताओं का बहुत सारा पैसा दूसरे देशो में जा रहा था।
ऐसे कई अन्य कारणो की वज्ह से Indian Bank Asocian ने Non Profatable System बनाने के बारे में सोचा। अंत में 2009 में जो Payment System बनाया गया था उसका नाम Indian Pay रखा गया। आगे चल कर 2012 में इसकी बागडोर NPCI को सौंपी गयी तब इसका नाम बदल कर RuPay कर दिया गया।
RuPay कार्ड को भारत सरकार प्रमोट कैसे कर रही है।
हमारे देश में 2014 से पहले बहुत से लोग ऐसे थे जिनके Bank Account ही नहीं थे। तब किसी Advance Payment System का कोई फायदा नहीं था। सरकार इसको समझ चुकी थी और सरकार ने कुछ एसी सेवाएं दी जिसने लोगो को बैंक से जोड़ा।
Zero बैलेंस के साथ लोगो के कहते खुलवाए गए।गैस और बिजली की subsidy को सीधे लोगो के खातों में Transfer किया जाने लगा। इस तरह जब लोगो को बैंक के साथ जोड़ दिया गया तब सरकार ने रूपए को Promote करना शुरू कर दिया। सरकार ने अपनी सेवाओं के जरिये RuPay को ही प्राथमिकता दी।
2014 के बाद जो भी स्कीम लागु की गयी उनमे भी RuPay Card को प्रमोट किया गया। प्रधानमंत्री जनधन योजना ने RuPay को और ज्यादा Pramote कर दिया। प्रधानमंत्री जनधन योजना में जितने खाते खोले गए उनमे बैंक द्वारा RuPay Debit Card ही दिया गया।
हमारी Finance Ministry के अंतर्गत आने वाले Department of Financial Services के मुताबिक 2022 तक करीब 32 करोड़ RuPay Debit Card जारी हो चुके थे।
इसके साथ हमारी Finance Minester निर्मला सीतारमण ने भारतीय बैंको के साथ मीटिंग कर बैंको से आग्रह किया की वे अधिक से अधिक RuPay Card उपभोक्ताओं को दे।RuPay card के MDR को भी zero कर दिया गया MDR मतलब Marchent Discaunt Rate जो की Debit Card या Credit Card के ऊपर लेन देन पर दुकानदारों से लिया जाता है।
MDR को Zero कर देना भी RuPay Card की सफलता में अहम भूमिका निभा गया। इससे छोटे व्यापारियों बहुत ज्यादा फायदा हुआ और RuPay Card का इस्तेमाल देश में तेजी से बढ़ा। इसके आलावा GST Cauncil ने RuPay Card से लेन देन पर Cash Back देना भी शुरू कर दिया।
सरकार की मेहनत
यह सब भारत की सरकार की मेहनत से ही सफल हो पाया। आज भारत में खुद का पेमेंट सिस्टम RuPay आज Total Card System का 60 % का हिस्सेदार बन चुका है।
Visa और MasterCard का भविष्य
इससे जाहिर है की ऐसे में Visa और MasterCard को भारत में अपने भविष्य के वजूद की चिंता होगी। भारत कोई छोटा मार्किट नहीं जिसे खोने पर Visa और MasterCard को कोई असर ना हो। भारत में अपनी पकड़ को ढीला होते देख ये दोनों कंपनियां परेशान हो गयी हैं।
यही कारन था की Visa और MasterCard RuPay के भारत सरकार द्वारा प्रमोशन की शिकायत लेकर अपनी अमेरिकन सरकार के पास पहुंचे। पर अब उनकी शिकायतो का कोई असर होने वाला नहीं।
इसी बीच 2021 -22 में RuPay card द्वारा Ecomerce प्लेटफॉर्म पर होने वाले लेनदेन में 58 % की बढ़त हुयी है। RuPay कार्ड से होने वाले लेनदेन की बात करें तो 2021 -22 में RuPay कार्ड से 16 हजार करोड़ का लेनदेन हुआ है।
इन आकड़ो से पता चलता है की Visa और MasterCard RuPay जितना भी जोर लगा ले वे RuPay Card की बराबरी नहीं कर सकते। इधर RuPay बहुत तेजी से अपनी बढ़त हासिल कर रहा है।
RuPay Card पूरी दुनिया में अपनी पकड़
RuPay Card की सफलता के बाद भारत सरकार ने इसे दूसरे देशों में ले जाने पर बहुत काम किया है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जब सिंगापुर दौरे पर गए तब उन्होंने SBI के RuPay Card का इस्तेमाल कर एक पेन्टिंग भी खरीदी।
इससे पता चल गया की RuPay केवल भारत तक ही सिमित नहीं रहेगा। इसके कुछ दिनों बाद हमारे Finance Ministor ने बताया की Singapur और UAE हमारे RuPay Card की सेवाओं को अपना चुके हैं।
हमारी सरकार 30 से भी ज्यादा देसो से यह बातचीत कर रही है की उन देसो में RuPay को सिर्फ अपनाया ना जाये बल्कि इसका इस्तेमाल देशो में Transection में भी किया जाये। भूटान और नेपाल पहले से ही RuPay Card को अपना चुके हैं।
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अब हमें एक भारतीय होने के नाते यह गर्व होना चाहिए की हमारे देश के RuPay का इस्तेमाल दुनिया के लगभग 185 देश करने लगे हैं। इन 185 देशो में RuPay Card 20 लाख ATM पर इस्तेमाल किया जा रहा है। आज RuPay हमारा नाम पूरी दुनिया में रोशन कर रहा है। इस तरह आज RuPay Card हमारे देश की इकॉनमी को बढ़ाने में सहायक बन चुका है।