पुजारी Pujari की राजस्थान में क्यों हुई हत्या?:Rajasthan Pujari Ko 6 Logo Ne Kiya Maut Ke Havale
Rajasthan के करौली जिले के 50 वर्षीय Pujari बाबूलाल वैष्णव की जमीन के विवाद में कुछ बदमासो ने पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी। ये घटना 07 अक्टूबर को हुयी, Pujari को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया जंहा 09 अक्टूबर की सुबह जलने के कारण मृत्यु हो गयी।
अभी हाल में हाथरस में लड़की को रात में जलाने और उसकी मौत पर राजनीती के पापड़ सेकने का दौर खतम नहीं हुआ। और अब राजस्थान पर राजनीती के पापड़ सेंके जा रहे है।
हमारे देश की राजनीती और राज नेता जिनका काम सिर्फ यही है की गरीब मरे और उनके लिए एक मुद्दा बने। कितनी गिर चुकी है राजनीती हमारे देश की। इस घटना में भीम आर्मी इसको जातिवाद का रंग दे रहे हैं।
और लोगो में भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं। Rajasthan में कांग्रेस की सरकार है। इसलिए इसको कांग्रेसियो के इस केस पर उठाये गए धीमे कदम को देखते हुए कांग्रेस की निंदा हो रही है।
पुजारी Pujari बाबूलाल वैष्णव की हत्या क्यों की गयी ?
Pujari एक 50 वर्षीय पुजारी थे। जो राधा गोविन्द मंदिर में Pujari का काम करते थे। मंदिर के पास ही कुछ लोगो ने मंदिर को कुछ जगह दान दी थी। उस जमीन पर Pujari अपना घर बनाना चाहते थे।
पर मीणा समाज के कुछ लोग इसका विरोध कर रहे थे। कुछ लोग भूमाफिया थे और उस जमीन को हड़पना चाहते थे। मीणा समुदाय के ये भूमाफिया पुजारी का माकन बनाने पर विरोध कर रहे थे।
ये विरोध एसा रूप लेगा ये किसी को पता नहीं था। 07 ऑक्टूबर को जब पुजारी उस जमीन पर कार्य करवा रहा था तभी कुछ भूमाफियो ने उनके ऊपर पेट्रोल डाल कर आग लगा दी। पुजारी बहुत बुरी तरह जल गए उनका करीब 80% शरीर जल गया था।
छेत्रवासियो का आरोप है की पुलिस की निष्क्रियता और सरकार की अनदेखी से ये घटना घटी। पुजारी Pujari को अस्पताल जाने में देरी हुयी। पुजारी को 07अक्टूबर को अस्पताल में भर्ती किया गया। और 09 अक्टूबर को पुजारी की मृत्यु हो गयी।
राजस्थान सरकार व पुलिस द्वारा उठाए गए कदम
पुजारी की मृत्यु के बाद भी राजस्थान सरकार और पुलिस विभाग ने इस केस को नजर अंदाज कर दिया। कोई विशेष कार्यवाही नहीं की गयी।पुजारी ने मृत्यु से पहले उन 6 लोगो के नाम बातये जिन लोगो ने उनके ऊपर पेट्रोल डाल कर आग लगायी थी। दवाब पड़ने पर इन 6 लोगो को हिरासत में ले लिया गया है।
हाथरस की घटना पर जिस तरह कांग्रेस ,समाजवादी पार्टी ,भीम आर्मी ने जम कर बवाल मचाया था। ये सरे चुप बैठे हैं क्या राजस्थान में कांग्रेस की सरकार होना इसका कारण है।
हाथरस में राहुल गाँधी उनकी बहन प्रियंका और अन्य पार्टिया उस लड़की के घर वंहा का माहौल खराब करने पहुंचे थे। वो लोग पुजारी की हत्या पर मुँह में दही जमाकर बैठे हैं। राजस्थान के कांग्रेसी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस घटना पर शांत क्यों हैं। क्या पुजारी इंसान नहीं होते ?
क्यों शव जलाने से किया परिवार वालो ने मना ?
Pujari की हत्या के बाद परिवार वालो ने शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। परिवार वालों की कुछ मांगे थी जो परिवार वाले पूरी करवानी थी।
उनकी मांग थी की 10 लाख की जगह पर 50 लाख का मुआवजा, एक सरकारी नौकरी, पक्का मकान , पटवारी और थानेदार के खिलाफ कार्यवाही हो और उनको सरकार की तरफ से सुरक्षा दी जाए।
बाद में राजस्थान सरकार Rajasthan Government और परिवार वालो के बीच सहमति बानी और शव का अंतिम संस्कार किया गया।
Pujari पुजारी की हत्या के विरोध में उठी आवाजें
राजस्थान के करौली में पुजारी की पेट्रोल डाल कर लगयी आग की लपटे अयोध्या तक पहुंच चुकी है। पुजारी की हत्या के विरोध में संत परम हंस और राजुदास अनसन पर बैठे है।
उनकी मांग है की पुजारी की 6 लड़कियों में से 2 को सरकारी नौकरी,पत्नी को 1 करोड़ रूपये और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाये।
हमारा संत समाज पहले से ही क्रोध में है पालघर में रात को अपने वाहन से जाते वक्त कुछ अराजक तत्वों ने 2 साधु और उनके ड्राइवर को पुलिस के सामने पीट पीट कर हत्या कर दी थी।
कुछ संत तो भारत को हिंदू राष्ट्र घोसित करने की मांग कर रहे हैं। और राजस्थान सरकार को बर्खास्त करने की भी मांग कर रहे हैं।
पुजारी बाबूलाल वैष्णव
पुजारी की मृत्यु होने से उनके परिवार पर संकट है। और उनकी मृत्यु पर मीडिया ,नेता, और कुछ कार्यकर्त्ता इसको राजनितिक रंग देने का अपना कर्म कर रहे हैं।
जो की उनकी फितरत है। हमारे देश में धर्म के नाम पर जितनी भी हत्याए होती हैं उन हत्याओं का मै विरोध करता हू। हिन्दू पुजारी हो या किसी और धर्म का पुजारी आखिर है तो इंसान।
ऐसे किसी भी घृणित कृत्य के गुन्हेगार को पुलिस और राज्य सरकार मिल कर कठोर सजा दे। और ऐसे अराजक तत्तो पर सरकार और पुलिस पहले से ही निगहा रखे जिससे समाज में होने वाले घृणित अपराध को रोक सके।
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