पेट्रोल और डीजल की कीमते जिस तरह बढ़ी हैं इस बात को सभी जानते हैं। पेटोल और डीजल इतना महंगा क्यों हुआ या पेट्रोल और डीजल की कीमते कैसे तय होती हैं। यह समझना आम आदमी के लिए कठिन है। डीजल और पेट्रोल से हमारी राज्य सरकार और केंद्र सरकार खूब पैसा बनता हैं। पेट्रोल और डीजल की कीमत कौन और कैसे तय करता है ये आपको समझना जरुरी है ये महंगा या सस्ता कब होता है। तो आईये जानते हैं कब और कैसे तय की जाती हैं पेट्रोल की कीमतें। ये पोस्ट पूरी पढ़ कर आपके मन में उठने वाले सारे सवालों का हल आपको मिल जायेगा।
पिछले कुछ वर्षो के अनुसार देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतें
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कैसे आया उछाल जानने से पहले ये जानना जरूररी है की हमरे देश में पिछले कुछ वर्षो में तेल की कीमतें कितनी थी ? यह जान कर अंदाजा लगाया जा सकता है की तेल की कीमतों में कब कब उछाल आया।
किस तरह तय होते हैं डीजल और पेट्रोल के दाम
सरकारों द्वारा बदले गए तेल की कीमतों के नियम
सरकार किस तरह अपने हाथो में रखती है तेल के दाम
केंद्र सरकार और राज्य सरकार पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले टैक्स
केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर Central Excise Duty टैक्स लगाया जाता है। इस टैक्स की धन राशि सीधे केंद्र सरकार को मिलती है इस टैक्स को बढ़ाना या घटना केंद्र सरकार के हाथ में होता है। अभी हाल में केंद्र सरकार ने Central Excise Duty को बढ़ाया है पेट्रोल पर 13 रूपये /लीटर है और डीजल पर 16 रूपये लीटर बढ़ाया गया है। इसी प्रकार राज्य सरकार भी अपनी तरफ से टैक्स लगाती जिसको हम VAT (Value Added Tax) के नाम से जानते हैं। VAT (Value Added Tax) की शुरुआत 2005 से हुई इस टैक्स के अनुसार जब कोई चीज खरीदते या बेचते हैं तब आपकी आय का कुछ प्रतिशत सरकार को देना पड़ता है।
क्यों महंगा है डीजल और पेट्रोल ?
अक्टूबर माह में HPCL के अनुसार दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 100 से ऊपर और डीजल की कीमत 95 रूपये लीटर था। HCPL के अनुसार अगर सरकार टैक्स कम नहीं करती तो तेल और महंगा हो सकता है। ये सच है की कच्चे तेल की कीमते बढ़ी हुयी हैं और ये पहली बार नहीं हुआ। 2014 से पहले भी कच्चे तेल की कीमते बढ़ी थी लेकिन पेट्रोल 80 रूपये /लीटर और डीजल 55 रूपये लीटर था। 2014 से पहले तेल सस्ता इसलिए था क्न्योकि सरकार ने तेल पर लगने वाले टैक्स को कम किया था। अगर सरकार आज टैक्स कम करे तो तेल की कीमतें घट सकती हैं।
किस तरह सस्ता हो सकता है पेट्रोल और डीजल
हमारे केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह ने बताया की सरकार तेल पर 32 रूपये / लीटर टैक्स के रूप में लेती है। जब कच्चा तेल 20 रूपये /बैरल था तब भी टैक्स 32 रूपये / लीटर था। और आज जब कच्चा तेल 80 रूपये / लीटर है तब भी टैक्स 32 रूपये / लीटर है। पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह ने बताया सरकार इस टैक्स की मदद से आम लोगो के लिए कई योजनाएं चला रही है जिनमे उज्ज्वला योजना ,फ्री रासन, प्रधानमंत्री आवास योजना,आयुष्मान भारत योजना के साथ अन्य कई योजनाएं शामिल हैं। इसके ठीक दूसरी तरफ तेल के दाम बढ़ने के कारण आम आदमी के लिए महगाई बढ़ती जा रही है।
कुछ जानकार लोगो का कहना है की जब तक सरकार तेल पर GST लागू नहीं करती और साथ में टैक्स कम नहीं करती तब तक तेल की कीमतें कम नहीं हो सकती। हमारी सरकार ने तेल के साथ साथ शराब ,बिजली,पानी पर भी GST नहीं लगाया है। अब सरकार का समझना चाहिए की तेल के दाम बढ़ने की वजह से महंगाई भी बढ़ रही है। इस महगाई को कम करने और आम आदमी के जीवन को सरल बनाने के लिए पेट्रोल और डीजल के दाम कम करने होंगे।