कोरोना के नए स्ट्रेन से दुनिया परेशान
अभी पूरी दुनिया Corona virus से परेशान है इसी बीच Corona virus अपना रूप बदल कर दुबारा पूरी दुनिया को मौत की आगोश में लेने के लिए तैयार खड़ा है। ब्रिटेन में Corona का नया स्ट्रेन मिला है मतलब Corona virus अपना रूप बदल रहा है। वैज्ञानिक बता रहे हैं कि नया Corona Virus B.1.1.7 पुराने Covid 19 से अधिक संक्रामक है पर हानिकारक कुछ कम है ।इसका मतलब ये नहीं कि ये जान नहीं ले सकता। Corona का नया स्ट्रेन तेजी से फैलने कि क्षमता रखता है यही इसकी सबसे भयानक बात है। इसको विज्ञानिको ने नाम दिया है B.1.1.7 . नया Corona virus B.1.1.7 दुनिया के 20 देशों तक अपने पैर पसार चुका है।
ब्रटेन ने 14 सितम्बर को एक नए वायरस की जानकारी पुरे विश्व को दी। ब्रटेन के स्वास्थ विभाग ने बताया की जो नए लोग संक्रमित हो रहे हैं वे एक नए कोरोना वायरस (B.1.1.7) से संक्रमित हैं ये पुराने Covid19 का म्युटेंट है। म्युटेंट अर्थात कोरोना वायरस अपना रूप बदल चूका है और ये तेजी से लोगो को संक्रमित करने की ताकत रखता है। इस सूचना को सुन एक नयी आफत की बात से कई देश परेशान हुए और अब तक ये वायरस 25 से अधिक देशो में पहुंच चूका है और लोगो को संक्रमित कर चूका है। ब्रटेन में इस वायरस का पता तब चला जब ब्रटेन में कोरोना का वक्सीनेशन शुरू हुआ था ।
Mutation क्या है ?
हर जीव का अपना एक Gene structure होता है जो उसकी पहचान एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक स्थांतरित करता है यही अनुवांशिकता का कारण बनता है। किसी भी जीव के शारीरिक बनावट और रंग,रूप उसके Gene की वजह से होता है जब Genes में किसी कारण वश बदलाव होता है तो इसको Mutation कहते हैं। यह कई कारण से हो सकता है जैसे रासायनिक,प्राकृतिक,या अन्य कारण भी हो सकते हैं। कुछ जीव अपने जीन में आए परिवर्तनों के खिलाफ लड़ कर इसको ठीक कर लेते हैं जैसे मनुष्य के जीन्स में परिवर्तन आने पर उसका रोगप्रतिरोधक तंत्र इसके खिलाफ लड़ता है। पर किसी वायरस के जीन्स में परिवर्तन बहुत ही आसानी से होता है। Corona virus के RNA में आए बदलाव के कारण ये Corona virus का मुटेंट B.1.1.7 कोरोना का एक नया रूप है। और यह किस तरह प्रतिक्रिया करेगा इसके बारे में बता पाना आसान नहीं।
हमारे देश मे अभी तक Corona मरीजों को प्लाज्मा थेरपी और रेमाइडसवियार दवा दी गई है जो की Corona की वास्तविक दवा नहीं जब किसी वायरस पर ऐसी दवाएं इस्तेमाल की जाये जिससे वो खत्म न हो तो धीरे धीरे वो खुद को उससे लड़ने लायक बना लेता है। अपने आप को परिवर्तित करने और अपना रूप बदलने को ही Mutation कहते है।
WHO के आदेश
World Health Organization ने नए वायरस के चलते सभी देशों से Genome Sequencing करने के लिए कहा है इसके अनुसार हर 300 मरीजों में एक मरीज की Genome Sequencing हो जिससे यह पता चल सके कि संक्रमित मरीज किस वायरस से संक्रमित हुआ है। हमारे देश मे जनसंख्या को देखते हुए Genome Sequencing का औसत बहुत कम है। मात्र 5 से 6 हजार मरीजों की Genome Sequencing की गई जो बहुत कम है इससे वायरस के स्ट्रेन में आए परिवर्तन को जान पाना कठिन है जो एक खतरनाक स्तिथि पैदा कर सकती है।नए वायरस को पहचानने के लिए Genome Sequencing जरूरी है।
नए Corona virus B.1.1.7 के लिए इंडिया की तैयारी
हमारे देश में ब्रटेन से लौटे 6 लोग नए Corona virus B.1.1.7 से संक्रमित पाए गए हैं। अब हमारे देश में ब्रटेन से आने जाने वाली हवाई यात्राओं पर रोक लगा दी गयी है लेकिन ब्रटेन से लौटे हजारो लोगो की पहचान नहीं हो पायी है जिनकी तलाश की जा रहे है ये एक भयानक इस्तिथि है। हमारे देश ने Covid19 से लड़ाई लड़ी जितना नुकसान का अंदाजा लगाया जा रहा था उतना नुकसान नहीं हुआ। हमारा देश एक बड़ा देश है और शहरों को छोड़ दिया जाए तो ग्रामीण क्षेत्रो मे स्वास्थ व्यवस्थाएं ठीक नहीं। नए Corona Virus (B.1.1.7) का पता लगाने के लिए Genome Sequencing की जरूरत होती है
Genome Sequencing क्या है ?
Genome Sequencing एक परीछण है जिसके द्वारा पता लगाया जाता है की किसी जीव या वायरस के जीन में क्या परिवर्तन हुए हैं। जिसके लिए हमारे देश मे Labs कम हैं। तो परेशानी ये होगी की संक्रमित व्यक्ति covid 19 से संक्रमित है या B.1.1.7 से पता लगाने में दिक्कत होगी।
भारत में कब आएगी Corona वैक्सीन
कोरोना वैक्सीन बनाने के लिए पुरे विस्व में युद्ध स्तर पर प्रयास हुए हैं। सीरम इंस्टीटूट ऑफ़ इण्डिया के द्वारा बनाई गयी कोरोना वैक्सीन कुछ हफ्तों के अंतराल से दो बार दी जायेगीं जो कोरोना वायरस के लिए कारगर बताई जा रही है। और हमारे हेल्थ मिनिस्टर डा हर्ष वर्धन ने बताया है की 2021 में जुलाई महीने तक लगभग 30 करोड़ लोगो को वैक्सीन दे दी जाएगी। इस वैक्सीन का मूल्य 500 से 1000 रूपये के बिच रखा गया है।
नए कोरोना वायरस B.1.1.7 से बचने के लिए कड़े कदम उठाये जा रहे हैं कई देशो में दुबारा Lockdown लगाया गया है। और जो वक्सीन बनी हैं वो इस नए वायरस पर कितना प्रभाव डालेंगी इसका नतीजा आने में अभी देर है। फिलहाल Social Distancing और Mask के द्वारा ही इससे बचा जा सकता है हमें भीड़ में जाने से बचना होगा और सतर्क रहने से हम corona virus B.1.1.7 से लड़ सकते हैं।