पेड़-पौधों हमारे दैनिक जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं। कुछ पौधे जैसे अपराजिता नामक पौधे (Money Plant) हमारी सुख समृद्धि और धन को बढ़ा सकते हैं। पेड़-पौधे ना सिर्फ वातावरण को शुद्ध करते हैं बल्कि यह हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव भी डालते हैं। पेड़-पौधे के भी प्राण होते हैं ये निर्जीव नहीं होते और इनका प्रभाव भी मनुष्यो पर पड़ता है। अपराजिता नामक पौधा (Money Plant) धन में वृद्धि करता है।
हमारे शास्त्रों में अपराजिता नामक पौधे (Money Plant) का विवरण मिलता है जो धन में वृद्धि करते हैं। और
अन्य कई पौधे हैं उनकी महत्ता व्यक्तिगत, सामाजिक और पर्यावरणिक स्तर पर व्यक्त की गई है। यहां वेदों में पेड़ और पौधे हमारे जीवन को बहुत प्रभावित करते हैं।आज हम इस पोस्ट के माध्यम से पेड़-पौधों की चमत्कारी शक्तियों को जानेंगे।
ज्योतिष के अनुसार अपराजिता नामक पौधा (Money Plant) हमारे जीवन में सेहत और सकारात्मकता ला कर धन और समृद्धि के योग भी बनता है। ऐसे ही एक पौधे की आज संक्षिप्त जानकारी को जानेंगे। किस पौधे से खुशियां आती हैं और मनोकामना भी पूर्ण होती है।
अपराजिता नामक पौधे (Money Plant) का हमारे जीवन पर प्रभाव
अपराजिता (Money Plant)आपके स्वास्थ्य और आध्यात्मिक गुणों में वृद्धि करता है।तरह तरह की बीमारियों में कारगर प्रमाणित होने के साथ साथ इसमें अनेकों गुण होते है।
अपराजिता के पौधे (Money Plant) दो प्रकार के होते हैं।
- श्वेत अपराजिता (Money Plant)
- नीली अपराजिता (Money Plant)
अपराजिता (Money Plant) के अलग अलग रंग के पौधे अपना अलग प्रभाव जीवन पर डालते हैं। शास्त्रों अनुशार संस्कृत में अपराजिता पौधे (Money Plant) को विभिन्न नमो से पुकारा गया है। अपराजिता पौधे (Money Plant) को आस्क होता विष्णुकांता, विष्णुप्रिया, कृष्णकांता, गिरी करणी और अश्व खुरा भी कहते हैं।
अपराजिता के पौधे (Money Plant) के गुण
- अपराजिता की बेल (Money Plant) को धन की बेल भी कहा जाता है।
- शास्त्रों के अनुसार अपराजिता की बेल (Money Plant) को घर में लगाने से धन का आगमन बना रहता है।
- घर में अपराजिता की बेल (Money Plant) पौधे को लगाने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती है।
- आपका धनवान बनने के लिए किया गया परिश्रम सफल होता है।
- मान्यता है की अपराजिता की बेल अपराजिता की बेल (Money Plant) जैसे जैसे बढ़ती है वैसे वैसे घर में संपन्नता आती है।
- आर्थिक समस्या समाप्त होने लगती है।
- इसके बढ़ने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का आगमन होता है।
- शनि देव के प्रकोप से बचने के लिए शनि देव की आराधना में नीली अपराजिता (Money Plant) के फूल अर्पित करें। ऐसा करने से उनके अशुभ परिणामों से बचा जा सकता है।
- साथ ही इसके बढ़ने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का आगमन होता है।
- शनि देव के प्रकोप से बचने के लिए शनि देव की आराधना में नीली अपराजिता (Money Plant)के फूल अर्पित करें। ऐसा करने से उनके अशुभ परिणामों से बचा जा सकता है।
- जिस मनुष्य की कुंडली में शनि देव की साढ़ेसाती चल रही हो, उन्हें शनिवार को अपराजिता (Money Plant) के नीले फूल शनि देव को चढ़ाने चाहिए।
- नीली अपराजिता (Money Plant)के फूल अर्पित करने से उस व्यक्ति के कष्टों को समाप्त किया जा सकता है।
- श्वेत या नीली अपराजिता (Money Plant) घर में स्थापित करने से नकारात्मक शक्तियां या प्रेतबाधा ये घर में प्रवेश नहीं कर पाती।
- श्वेत अपराजिता (Money Plant) का पौधा धन लक्ष्मी को आकर्षित करने में सक्षम होता है।
श्वेत ना मिले तो नीली अपराजिता (Money Plant) बिना किसी संकोच के लगा सकते हैं। श्वेत और नीले दोनों प्रकार की अपराजिता (Money Plant) औषधीय गुणों से भरपूर है। अपराजिता का पौधा घर में किसी भी प्रकार का संकट नहीं आने देता।
अपराजिता के पौधे में अनेकों गुण हैं जैसे बुद्धि बढ़ाना, गले को शुद्ध करना और आंखो की रौशनी बढ़ाना।अपराजिता बुद्धि और स्मरण शक्ति को बढ़ाने वाली है।इसके अतिरिक्त यह कई बीमारियों में भी कारगर है जैसे सफेद दाग, मूत्र दोष, आप युक्त दस्त, सूजन तथा जहर को दूर करना आदि।
वास्तु शास्त्र के अनुसार अपराजिता के पौधे (Money Plant) को घर की किस दिशा में लगायें।
वास्तु शास्त्र के अनुसार अपराजिता के पौधे (Money Plant) को घर की उत्तर पूर्व दिशा के बीच में लगाना चाहिए। इस दिशा में देवी देवताओं और भगवान शिव विराजमान रहते हैं। उत्तर पूर्व दिशा के बीच की दिशा देवी देवताओ की दिशा मानी गई है।
भगवान् विष्णु की प्रिय होने के कारण अपराजिता की बेल (Money Plant) को भगवान विष्णु को समर्पित करते हुए घर में लगाए। विशेष दिन भी इसके लिए निश्चित किये गए हैं जैसे गुरुवार या फिर माँ लक्ष्मी के दिन यानी शुक्रवार को लगाना बहुत लाभकारी माना गया है।
इस प्रकार अपराजिता के पौधे (Money Plant) को लगाने से यह घर की सुख समृद्धि के लिए बहुत अच्छा होता है।
वेदों में पेड़-पौधों को महत्व
वेदों में पेड़-पौधों को महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है, और उनकी महत्ता व्यक्तिगत, सामाजिक और पर्यावरणिक स्तर पर व्यक्त की गई है। यहां वेदों में पेड़-पौधों के संबंध में कुछ महत्वपूर्ण प्रमुख बातें हैं
- प्रकृति की प्रशंसा: वेदों में पेड़-पौधों की प्रशंसा की गई है और उन्हें प्रकृति के अभिन्न अंग के रूप में देखा गया है। वे जीवित और स्वस्थ संसार के निर्माता माने गए हैं।
- पृथ्वी के रक्षक: पेड़-पौधों को पृथ्वी का रक्षक माना गया है वे भूमि की संरक्षा करते हैं।
- जीवनदायी: पेड़-पौधे जीवनदायी माने जाते हैं, क्योंकि उनसे हमें आहार, औषधि और जीविका की साधनाएं मिलती हैं।वेदों में पेड़पौधों की प्रशंसा और उनके उपयोग के बारे में विस्तार से वर्णन किया गया है।
- यज्ञों में योगदान: वेदों में यज्ञों के माध्यम से पेड़-पौधों का महत्वपूर्ण योगदान बताया गया है। यज्ञों में उनकी प्रशंसा की गई है
- यज्ञों में पेड़: पौधों का विशेष महत्त्व है। पेड़-पौधे की लकड़ी के बिना यज्ञ संभव नहीं।
समस्त संसार के लिए यह पेड़-पौधों व औषधि प्रकृति के दिए गए वरदान से कम नहीं है।
वैज्ञानिक दृष्टि से पेड़ पौधे का महत्त्व
पेड़ और पौधे हमारे जीवन पर व्यापक प्रभाव डालते हैं। यह जीवन संचालन के लिए आवश्यकताओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, पर्यावरण को संतुलित रखने में मदद करते हैं और मानव स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करते हैं।
ऑक्सीजन उत्पादन:
पेड़ और पौधे ऑक्सीजन का मुख्य स्रोत होते हैं। वे कार्बन डाइऑक्साइड को सूर्य की किरणों की मदद से अपनी श्वासन प्रक्रिया के माध्यम से ऑक्सीजन में परिवर्तित करते हैं। यह हमारे जीवन के लिए जरूरी है क्योंकि हम ऑक्सीजन के बिना नहीं जी सकते।
वायु प्रदूषण का नियंत्रण:
पेड़-पौधों के माध्यम से वायु प्रदूषण पर नियंत्रण होता है। वे कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करके वातावरण के लिए स्वस्थ और शुद्ध वायु प्रदान करते हैं।
पर्यावरण संरक्षा:
पेड़-पौधे पृथ्वी के प्राकृतिक वातावरण को सुरक्षित रखने में मदद करते हैं। वे धरती की मिटटी को बांधने में मदद करते हैं। जिससे बाढ़ का खतरा नहीं रहता भूमि के जल के साथ बहाव को रोकते हैं। जीवन दायी जल प्रवाह को नियंत्रित करते हैं और जैव विविधता को बढ़ावा देते हैं।
स्वास्थ्य लाभ:
पेड़-पौधे वातावरण को स्वच्छ करने में मदद करते हैं और वायु में मौजूद धूल, कचरा और विषाक्त पदार्थों को अवशोषित करते हैं। यह हमारे स्वास्थ्य को विभिन्न बीमारियों से बचा कर रखते हैं।
इसी तरह परमात्मा ने हमें भिन्न भिन्न प्रकार के कष्टों व विपत्तियों से बचने के लिए अनेकों वस्तुएं उपलब्ध कराई है।
इसके लिए हमें परमात्मा का हृदय से बारंबार धन्यवाद करना चाहिए।
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