How and who created the universe even science could not solve this mystery

ब्रहमांण्ड Universe कैसे और किसने बनाया विज्ञान भी नहीं सुलझा पाया ये गुत्थी। 

Universe
Observable Universe
ब्रहमांण्ड Universe किसने बनाया कैसे बना और ये कितना बड़ा है? ये सवाल हर मनुष्य के दिमाग मे उठता है। इस सवाल के जवाब को जानने के लिए हर मनुष्य जिज्ञासा से आकास ब्रहमांण्ड Universe को देखता है।
 
पर इसका जवाबआज तक नहीं मिला विज्ञान भी अपने घुटने टेक चुकी है। हमने जब भी चाँद,सूर्य,तारे,आकाश और पृथ्वी को देखा है तब हम चकित होते रहे हैं। इस पोस्ट को पढ़ कर आपको अपने सवालों का जवाब मिल जायगा।
 
इस पोस्ट को पढ़ कर आपको हमारे ब्रहमांण्ड, Universe के कई राज और कुछ एसी बाते पता चलेंगी जिनको किसी ने अब तक आपको नहीं बताया। 
 
प्राचीन काल से कई वैज्ञानिक हुए जिन्होंने अपनी अलग अलग गड़नाओ से ब्रहमांण्ड, Universe के बारे में बताया। बाइबल के अनुसार पृथ्वी को ब्रहमांण्ड, Universe का केंद्र बताया गया है।140 ई.में क्लाडियस टॉलमी  (Claudius Tolemy) ने बताया हमारी पृथ्वी इस ब्रहमांण्ड का केंद्र है।
 
और अन्य गृह और सूर्य इसकी परिक्रमा करते हैं। इसके बाद निकोलस कोपरनिकस (Nicolaus Copernicus) 1530 ई. में, अपनी एक किताब में बताया की सूर्य ब्रहमांण्ड Universe का केंद्र है और सभी ग्रह इसकी परिक्रमा करते हैं।
 
निकोलस कोपरनिकस ने ही बताया था की हमारी पृथ्वी 1 वर्ष में सूर्य की एक परिक्रमा पूरी करती है। प्राचीन समय में भूगोलवेत्ता  अपने अपने विचार से ब्रहमांण्ड, Universe के विस्तार को सबके सामने रखते थे। 

सूर्य से हमारे सौरमण्डल ,Solar System के ग्रहों की दूरिया निम्नलिखित है

Our_Solar_System

 

बुद्ध की सूर्य से दूरी 5.80 करोड कि.मी. है यह पृथ्वी के अनुसार 88 दिन में सूर्य की परिक्रमा करता है।शुक्र की सूर्य से दूरी लगभग 10.80 करोड़ कि.मी यह पृथ्वी के अनुसार 225 दिन में सूर्य की परिक्रमा करता है। 

 

पृथ्वी की सूर्य से दूरी लगभग 19.59 करोड कि.मी है और 24 घंटे में सूर्य का एक चक्कर लगाती है। मंगल से सूर्य की दूरी लगभग 22.50 करोड कि.मी है और यह सूर्य की एक परिक्रमा 687 दिनों में पूरी करता है

 

ब्रहस्पती से सूर्य की दूरी लगभग 77.90 करोड कि.मी. है यह 11 वर्ष में सूर्य की एक परिक्रमा लगता है
 
शनि से सूर्य की दूरी लगभग 145 करोड की.मी. है यह 29 वर्ष में सूर्य की एक परिक्रमा पूरी करता है
 
अरुण से सूर्य की दूरी लगभग 290 करोड की.मी. है यह एक परिक्रमा में 84 वर्ष का समय लेता है
 
वरुण से सूर्य की दूरी लगभग 449.05 करोड की.मी. है यह सूर्य की एक परिक्रमा में 164 वर्ष का समय लेता है

हेलियोस्फीयर (Heliosphere)

हमरे सौर मंडल में सूर्य और आठ ग्रह है पहले प्लूटो को नवा गृह माना जाता था पर वह अब हमारे सौर मंडल से बहार जा चुका है। सूर्य से उठने वाली सौर वायु पूरे सौर मंडल में चारो ओर एक घेरा बनती हैं।
 
जिसे हम हेलियोस्फीयर कहते हैं। ये सौर वायु का घेरा हेलियोस्फीयर हमारे सौर मंडल के चारो ओर एक गोल बुलबुला बनाता है। यह हेलियोस्फीयर हमारे सौर मंडल की दसा औऱ दिशा तय करता है। 
 

ब्रहमाण्ड को नापने के लिए कुछ इकाइयाँ बनाई गयी हैं 

  • 1 प्रकाश वर्ष = 1 वर्ष में प्रकाश जितनी दूरी तय करता है 
  • 1 AU = 149,598,000 किलोमीटर,पृथ्वी से सूर्य की दूरी के बराबर

ब्रहमांण्ड, Universe का विस्तार 

ब्रहमांण्ड, Universe में ही सारे गृह सौर मंडल ,तारे आकाश गंगाएं समाये हुए हैं। हम जिस आकाश गंगा में रहते हैं उसको मिल्की वे (Milky Way) या मन्दाकिनी कहा जाता है।
 
हमारी पृथ्वी मिल्की वे नामक आकाश गंगा में एक छोटा सा गृह है मिल्की वे को मन्दाकिनी भी कहा जाता है। आकाश  गंगा मिल्की वे  (मन्दाकिनी) में हमारी पृथ्वी एक रेत के कण मात्र है।
 
हमारी आकाश गंगा मिल्की वे में अनगिनत गृह औऱ 200 अरब तारे हैं। जिसमे एक तारा हमारे छोटे से सौर मंडल के केंद्र में है। ब्रहमांण्ड, Universe में हमारी गैलक्सी मिल्की वे समुद्र में 1 बूँद के बारबर है।
 
हमारी आकाश गंगा के आलावा औऱ अनगिनत आकाश गंगाये (Galaxies) हमारे ब्रहमांण्ड, Universe में स्तिथ हैं जिनमे कुछ निम्नलिखित हैं  

हमारे गृह पृत्वी से कुछ  गैलेक्सियों की दूरी

  • एंड्रोमेडा पृथ्वी से २.5 प्रकाश वर्ष दूर है। 
  • ब्लैक आई गैलेक्सी पृथ्वी से 24 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर है। 
  • बोड गैलेक्सी हमारी पृथ्वी से १२.5 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर है। 
  • कार्टवील गैलेक्सी पृथ्वी से लगभग 500 मिलियन प्रकाश-वर्ष दूर है।
  • सिगार गैलेक्सी लगभग 12 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर  है।
  • धूमकेतु गैलेक्सी यह पृथ्वी से 3.2 अरब प्रकाश-वर्ष दूर है। 

ब्रहमांण्ड, Universe Big Bang Theory (महाविस्फोट सिद्धान्त)

इस थ्योरी के अनुसार ब्रहमांण्ड, Universe एक छोटे से बिंदु में सिमटा हुआ था। आज से 13.5 अरब वर्ष पहले इस छोटे से बिंदु में एक महा विस्फोट हुआ
 
इस विस्फोट में ऊर्जा के साथ साथ अन्य पदार्थ निकले जिन से ब्रहमांण्ड, Universe में गृह,उपग्रह ,आकाशगंगाएं ,ब्लैकहोल ,तारे एवं अन्य धातुएं अस्तित्व में आयीं जो हमे ब्रहमांण्ड  में दिखाई देते हैं।
 
विस्फोट के बाद प्रकाश की गति से इन का विस्तार चारो दिशाओं में होना शुरू हुआ। ब्रहमांण्ड, Universe में हम जो भी देखते हैं वह इस बिंदु से ही निकला और आज भी यह विस्तार प्रकाश की रफ़्तार से हर दिशा में हो रहा है। 

अब तक खोजा गए Observable Universe का विस्तार 

जिस ब्रहमांण्ड Observable ब्रहमांण्ड, Universe  को मनुष्य आज तक देख पता है उसका विस्तार लगभग 30 गीगापारसेक्स Gpc या 9500 करोड़ प्रकाशवर्ष है। इसमें से केवल 15 गीगापारसेक्स Gpc लगभग 4950 करोड़ प्रकाश वर्ष ब्रहमांण्ड, Universe को ही वैज्ञानिक ठीक से खोज पाए हैं।
1 Gpc (Gigaparsecs) = 3261564219.5314 प्रकाशवर्ष
अमेरिका की अंतरिक्ष एजेन्सी नासा ने ब्रहमांण्ड, Universe की एक तस्वीर जारी की है। इस तस्वीर मे वज्ञानिको ने Observable Universe जिसको आज तक वज्ञानिको ने देखा गया है उसकी तस्वीर जरी की है।
 
ये तस्वीर किसी एक टेलिस्कोप से नहीं ली गयी है इस तस्वीर को बनाने के लिए प्रथ्वी के सभी टेलिस्कोप और अन्य आधुनिक सैटेलाइट का इस्तेमाल किया गया है।

Parallel Universes, NASA की नयी खोज 

ब्रहमांण्ड (Universe) के विषय पर कई थ्योरियां आती रही हैं  जिसमे बिगबैंग का समर्थन अधिकतर विज्ञानिको ने किया है। NASA ने अंटार्कटिका में न्यूट्रिनो जो एक नया कण (Particle) है।
 
इस न्यूट्रिनो कण पर शोध करने करने के लिए एक रेडिओ टेलिस्कोप  Antarctic Impulsive Transient Antenna को इस्थापित किया है। यहां नूट्रियनो पर शोध के समय नासा के नए वैज्ञानिको को ब्रहमांण्ड के विषय में कुछ नया दिखा जिसके आधार पर ने एक नयी थ्योरी भी दी है।
 
जिसके अनुसार हमारे Universe के समान्तर एक अन्य ब्रह्माण्ड भी है। इस समांतर ब्रहमांण्ड में समय उल्टा और विपरीत दिशा में चलता है। हमारे ब्रहमांण्ड में जो भी घटनाये या कार्य समय के साथ आगे बढ़ता है।
 
इसके ठीक विपरीत ये घटनाये समान्तर ब्रहमांण्ड (Universe) में घटनाये और कार्य समय के साथ विपरीत दिशा में पीछे चलते है। 
 

क्या मनुष्य ब्रहमांण्ड के सारे रहस्यों और इसके आकर को जान पायेगा ?

एक मनुष्य की औसत आयु लगभग 7वर्ष होती है और ब्रहमांण्ड (Universe) में जो दूरियाँ हैं वह लाखो वर्षो  में भी पूरी नहीं हो सकती। हमारा विज्ञान वैसे तो बहुत उन्नत हो चूका हम चाँद पर भी कदम रख चुके हैं।
 
हमारा विज्ञान अभी इतना उन्नत नहीं हुआ की इस अंनत ब्रहमांण्ड  को जान पाए अभी हमने जितना भी ब्रहमांण्ड खोजा है वह ब्रहमांण्ड (Universe) का एक छोटा सा हिस्सा मात्र है।
 
इस ब्रहमांण्ड (Universe) की खोज के लिए मनुष्य को प्रकाश की रफ़्तार 3 लाख किलोमीटर प्रति सेकेंड से कई गुना अधिक तेज चलने वाले यान बनाने होंगे। जिसे बना पाना अभी विज्ञान के बस की बात नहीं।    

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