Hanumaan Ji Ka Mangalvar Vrat : हनुमान जी का व्रत कैसे करें?
Hanumaan की उपासना हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है। हनुमान जी भक्ति, शक्ति और समर्पण का प्रतीक माने जाते हैं। Hanumaan एक प्राचीन हिंदू देवता हैं।
महाभारत और रामायण के अतिरिक्त अन्य धार्मिक ग्रंथों में भी हनुमान जी का उल्लेख है। वे भगवान राम के भक्त हैं और उनकी सेवा में लगे रहते हैं।
Hanumaan को अक्षय कुमार और पवनपुत्र भी कहा जाता है। उनकी पूजा भारत में बहुत लोकप्रिय है और उन्हें भक्तों के लिए एक प्रेरणा स्रोत माना जाता है।
Hanumaan जी के बल की तुलना कुछ ग्रंथो में की गयी है।
भगवान शिव के रुद्र अवतार
हनुमान जी का जन्म | Hanuman Jee Ka Janm
Hanumaan जी के जन्म को हनुमान जयंती के रूप में मनाया जाता है। हनुमान के जन्म के बारे में सुन्दर काण्ड में विस्तार पूर्वक बताया गया है।
वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण मे किष्किंधाकांड में सबसे पहले हनुमान जी के जन्म और उनके जन्म स्थान का वर्णन मिलता है। हनुमान जी की माता का नाम अंजना और पिता का नाम केसर था। वे पवनपुत्र यानी वायु के पुत्र भी कहलाते हैं।
हनुमान जी की उपासना में कौन से वस्त्र धारण करें ?
- भगवान हनुमान जी को केसरिया (गुलाबी) रंग बहुत पसंद होता है, इसलिए आप इस रंग के कपड़े या चुनरी पहन सकते हैं।
- हनुमान जी के लिए सफेद रंग भी बहुत शुभ माना जाता है, इसलिए आप सफेद रंग के कपड़े भी पहन सकते हैं।
- आप हनुमान चालीसा के पाठ के दौरान लाल रंग के वस्त्र पहन सकते हैं।
हनुमान जी की उपासना कैसे करें ? | Hanuman Jee Kee Upaasana Kaise Karen ?
हनुमान जी की उपासना निम्नलिखित तरीकों से की जा सकती है:
सुबह स्नान कर हनुमान जी की प्रतिमा के स्थान और प्रतिमा को स्वच्छ करें। श्रद्धा पूर्वक उपासना या पूजा करे।
हनुमान जी की उपासना में हनुमान चालीसा का पाठ करना, हनुमान जी की उपासना के लिए सबसे लोकप्रिय है है। सुबह एकांत में ध्यान लगाकर हनुमान चालीसा का पाठ करें।
Hanumaan चालीसा का पाठ करने से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं। हनुमान जी के मंत्रो का जाप करें हनुमान जी के कई मंत्र हैं जो उनकी उपासना में उपयोगी होते हैं। हनुमान जी के संकटमोचन हनुमानाष्टक, बजरंग बाण और हनुमान जयंती के दिन राम नाम जप करने से भी उनकी कृपा मिलती है।
हनुमान जी के उपासक पंचमुखी या दशमुख हनुमान यन्त्र का उपयोग करके भी उन्हें प्रसन्न कर सकते हैं। यन्त्र को अपने मंदिर या पूजा स्थल में स्थापित करें और रोज उसके सामने दीप जलाएं और प्रार्थना करें।
Hanumaan जी को लगये जाने वाले भोगहनुमान जी की पूजा और उपासना में भोग लगाना एक महत्वपूर्ण अंग है। हनुमान जी को भोग के रूप में सबसे ज्यादा खीर, लड्डू, मिठाई, बूंदी, पंचामृत (दही, घी, शहद, दूध और गंगाजल का मिश्रण), फल, और नारियल पानी का भोग लगया जा सकता है।
हनुमान जी का व्रत कैसे करें? | Hanumaan Ji Ka Vrat Kayse kare?
Hanumaan जयंती एवं मंगलवार को हनुमान जी का व्रत रखा जाता है। मंगलवार व्रत हिंदू धर्म के अनुयायियों द्वारा मंगलवार के दिन रखा जाने वाला एक धार्मिक व्रत है। मंगलवार भगवान हनुमान जी का दिन माना जाता है और इस व्रत का आचरण करने से हनुमान जी की कृपा मिलती है।
- भक्त व्रत के दौरान निरंतर हनुमान जी की भक्ति में रहते हुए मंदिर या उनकी मूर्ति के आसपास ध्यान लगाते हुए जप या ध्यान कर सकते हैं।
- इस व्रत में भक्त सामूहिक रूप से संगीत और भजन की सभाएं आयोजित भी कर सकते हैं।
- मंगलवार व्रत के दौरान मन्त्र जाप भी किया जाता है। मंगलवार व्रत करने से हमारा मन शांत होता है
व्रत के अंत में, भक्त अपने व्रत का पूजन करते हुए हनुमान जी को मीठा भोग लगाकर उनकी आरती करें। इस व्रत का उद्देश्य हनुमान जी की कृपा एवं आशीर्वाद प्राप्त करना होता है।
व्रत करने से होने वाले लाभ
- हनुमान जी की कथाएं सुनना: हनुमान जी के जीवन से जुड़ी कथाओं को सुनने से शुभ फल प्राप्त होता है।
- हनुमान चालीसा, संकटमोचन हनुमानाष्टक, बजरंग बाण जैसे मंत्रों का जाप करने से व्रत करने वाले के जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
- संकट से मुक्ति – Hanumaan जी की उपासना से व्यक्ति को अपने जीवन में आने वाले संकटों से मुक्ति मिलती है। हनुमान जी संकटमोचन होते हैं और उनकी कृपा से व्यक्ति के सभी संकटों से निजात मिलती है।
- समर्पण – हनुमान जी की उपासना से व्यक्ति में समर्पण की भावना विकसित होती है। वे अपने जीवन को भगवान सेवा में समर्पित करते हैं।
भगवान् Hanumaan जी की उपासना और व्रत में किये जाने वाले कुछ पाठ जो निम्नलिखित हैं
om hanumante namah