GDP full form,What is GDP?, GDP of India हम पर और हमारी जेब पर GDP असर डालती है
GDP full form क्या है?
GDP full form “Gross domestic product“ है सकल घरेलू उत्पाद इसको जानना हर देश वासी को जानना बहुत जरुरी है। सकल घरेलू उत्पाद मतलब किसी देश में एक साल के भीतर बनाये गए उत्पाद व् सेवाएं. मतलब उत्पादन की कुल कीमत अगर उतपाद अच्छा होगा तो GDP बढ़ेगी और अगर उत्पाद घटेगा तो Indian GDP घटेगी.
GDP की शुरुआत कब हुई ?
GDP of India सकल घरेलू उत्पाद के आधार पर देश की आर्थिक स्थिति।
हमारे देश की जीडीपी के अनुसार हम विश्व के सभी देशो की कतार में कँहा खड़े हैं जहां तक हमारे देश भारत की जीडीपी और उसके विकास दर का सवाल है तो कोरोना वैश्विक महामारी से पहले हमारा देश दुनिया में तेजी से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था थे। कोरोना से पहले हमारे देश की जीडीपी लगभग 2 ट्रिलियन डॉलर (140 लाख करोड़) के करीब थी। जो की दुनिया भर के देशो की कुल जीडीपी की 2% ही थी। भारत की सकल घरेलु आय अर्थात जीडीपी पर Lock down के प्रारंभिक तीन महीनो में बहुत बुरा असर पडा। उद्योग धंदे बंद कर दिए गए फैक्टरियां चली नहीं रेल,मेट्रो,रोडवेज सब बंद थे आदमी मजबूर था और इन तीन महीनो में किसी भी चीज का उत्पादन नहीं हुआ सिर्फ खपत ही हुयी हमारे देश भारत में सबसे ज्यादा पैसा सरकार को देने वाली रेल और और सराब भी बंद रहे और भारत में ये पहली बार हुआ की रेल का 24 घंटे चलने वाला चक्का जाम हुआ था। इस वजह से जीडीपी पर असर पड़ना जरुरी था लेकिन जितना सोचा गया था उससे कंही ज्यादा असर पड़ा अब हमारे देश की जीडीपी शून्य से भी निचे जा पंहुची है वार्ता मान में भारत की जीडीपी -23.0 है. इसकी सुचना भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन जी दे चुके थ। रघुराम राजन जी ने इसका अंदेशा दिया था की यदि देश में लॉक डाउन लगाया गया तो हमारे देश की आर्थिक इस्तिथि बहुत खराब हो सकती है।
जीडीपी गिरने से समाज पर पड़ने वाले प्रभाव,GDP of India
2007 से 2009 में भी पूरा विश्व आर्थिक तंगी से गुजरा था ये 1930 के बाद ये पहली बार आयी बड़ी आर्धिक तंगी थ। और अब कोरोना की वजह से ये इस्तिथि दुबारा आ सकती है इसका असर सीधे हमारे खर्चे से जुड़ा होता और हमको महसूस होता आम आदमी की समझ में महगाई ही आर्थिक तंगी है और ये सच भी है अगर कोई देश तीन महीनो के लिए बिलकुल रोक दिया जाए कोई आर्थिक गतिविधि ना हो तो एक तो प्रोडक्शन रुक जायेगा और लोग अपना इकठ्ठा सेविंग को खर्च करने पर मजबूर हो जाते हैं यही एक बहुत बड़ी पहचान है की देश की GDP गिर रही है करोडो लोगो की नौकरियाँ गयी जिनमे से 30% लोग को दुबारा नौकरी मिल पायी है। एसा हमरे देश में पहली बार हुआ है अभी इसके परिणाम आना बाकि हैं।
कुछ अर्थशास्त्री मानते हैं इस इस्तिथि में लोग पैसा काम खर्च करते है वाहनों की की बिक्री तेजी से घट जाती है है लोगो की नौकरियां जाने लगती हैं नयी नौकरियां मिलती नहीं मतलब साफ़ है लोगो की सेविंग से खर्च होता है सेविंग नहीं हो पाती मिलता कम है इसलिए खर्च कम किया जाता है
मुख्य रूप से कुछ विशेष छेत्रो पर बुरा प्रभाव
Indian GDP का गिरना तो आसान होता है पर GDP को ऊपर लाने के लिए एक विशेष रणनीति की सरकार को जरुरत होग। मंडी की वजह सर कुछ मुख्य छेत्रो में बुरे प्रभाव पड़ेंगे जैसे
1- कंजम्प्शन में गिरावट:-
जीडीपी गिरने से समाज पर पड़ने वाले प्रभाव,GDP of India
मुख्य रूप से कुछ विशेष छेत्रो पर बुरा प्रभाव
Indian GDP का गिरना तो आसान होता है पर GDP को ऊपर लाने के लिए एक विशेष रणनीति की सरकार को जरुरत होग। मंडी की वजह सर कुछ मुख्य छेत्रो में बुरे प्रभाव पड़ेंगे जैसे
1- कंजम्प्शन में गिरावट:-
2- औद्योगिक उत्पादन में गिरावट:-
3- बेरोजगारी बढ़ जाती है:-
जब आर्थिक इस्तिथि GDP की वजह से ख़राब होती है तो किसी भी चीज के प्रोडक्शन पर असर पड़ता है इनके सामान की मांग कम होगी और प्रोडक्शन कम करना पड़ेगा इसलिए कई लोगो की नौकरियां जाएँगी बेरोजगारी बढ़ेग।
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