बरमुंडा ट्राएंगल (Bermuda Triangle) एक ऐसी जगह जंहा जाने से दुनिया भर के लोग डरते हैं। और जो गए वो वापस नही आए ये सच है पर ऐसा क्यों होता है इसको जानने की इच्छा सभी को होती है और इसकी वजह अब वैज्ञानिको द्वारा ढूंढ ली गई है। आपने कई ऐसी जगह के बारे में सुना होगा जो खतरनाक होती हैं जहां जाने से लोग घबराते हैं।आपने सुना होगा की किसी सड़क पर बहुत दुर्घटनाएं होती हैं या किसी नदी में अक्सर लोग डूब जाते हैं।ऐसी जगह जाने से हर कोई बचता है।
कहां है Bermuda Triangle?
Bermuda Triangle जिसे डेविल्स ट्राइएंगल भी कहा जाता है। ये अमेरिका के पास भूमध्य रेखा के पास और उत्तर पश्चिम अटलांटिक सागर में स्तिथ है। बरमुडा ट्राइएंगल का एक सिरा फ्लोरिडा दूसरा सिरा Puerto Rico और तीसरा Bermuda द्वीप तक है और ये एक तिर्भुजाकार क्षेत्र है Bermuda द्वीप के नाम पर इसका नाम Bermuda Triangle पड़ा। इस क्षेत्र में होने वाली घटनाएं अजीबो गरीब हैं। इस क्षेत्र से होकर गुजरने वाले जहाज और वायुयान अचानक गायब हो जाते हैं। ये जहाज या वायुयान क्यों गायब या दुर्घटना ग्रस्त हो जाते हैं इसका कोई सुराग नहीं मिलता था। क्योंकि इस जगह जा कर कोई वापस नही आता जो बता सके की उनके साथ क्या हुआ। इस कारण से लोग Bermuda Triangle से होकर नही गुजते।
Bermuda Triangle एक पहेली
Bermuda Triangle कई दशकों तक एक पहेली बना रहा। इस Triangle से होकर गुजरने वाले विमान चाहे वो समुद्री विमान हो या वायुयान सभी को एक जैसा अनुभव होता था। अधिकांश घटनाओं में इस बरमूंडा क्षेत्र से गुजरने वाले समुद्री जहाज या वायु यान अचानक गायब हो जाते थे। इन विमानों के इलेक्ट्रोनिक उपकरण और नेविगेशन सिस्टम अचानक खराब हो जाते थे और कंपास भी काम नही करता था। इनका संपर्क टूट जाता था और ये बस इतना बता पाते थे की जहाज के उपकरण काम नही कर रहे। इसके बाद ये जहाज या वायुयान समुद्र में गायब हो जाते थे। ऐसा क्यों होता है इसका जवाब वैज्ञानिक भी कई दसको तक नही ढूंढ पाए। Bermuda Triangle पर होने वाली घटना पर तरह तरह की कहानी और थ्योरी सामने आती रही कोई इसको दैवी शक्ति से जोड़ता रहा और कोई इसको अतृप्त आत्माओं से इसका संबद्ध बताता रहा। Bermuda Triangle पर होने वाली घटनाएं प्रकृति के नियमो को झुठलाती हैं और वैज्ञानिक नियम भी इस जगह गलत साबित होते हैं।
कब और कौन सी घटना Bermuda Triangle पर हुई।
उत्तर पश्चिम अटलांटिक महासागर में Bermuda Triangle पर अनेक घटनाएं घटी हैं जिनके बारे में कभी किसी को पता नहीं चला। जो जहाज या वायुयान इस Bermuda Triangle से हो कर गुजरे वो अजीबो गरीब अनुभव से गुजरे। इन घटनाओं में ये पता चलता था की यान के इलेक्ट्रोनिक उपकरण दिशा बताने वाले उपकरण और कंपास काम करना बंद कर देते थे। उपकरण गलत दिशा बताने लगते थे और पायलेट का संपर्क टूट जाता था। जिसके बाद ना ही यान और ना ही उसके यात्रियों के बारे में पता चल पाता था। इस दुर्घटना का पता लगाने या मदद के लिए जाने वाले अन्य यान भी उस जगह पहुंच कर दुर्घटनाग्रस्त हो जाते थे और उनका भी कोई अता पता नहीं चलता था।
Bermuda Triangle पर होने वाली कुछ दुर्घटनाएं।
- 4 दिसम्बर 1972 को मैरी सेलेस्टी नामक व्यापारिक जहाज Bermuda Triangle क्षेत्र में लापता हो गया। ढूंढे जाने पर ये जहाज समुद्र के तल पर पाया गया पर इसके यात्रियों का कोई अता पता नहीं चल सका। पहले ये माना गया की समुद्री डाकुओं द्वारा जहाज को लूट लिया गया है पर जहाज में सारे कीमती सामान सही सलामत थे।
- 1981 एलिन आस्टलिन नामक जहाज लापता हुआ। इस जहाज पर कुशल चालक थे ये न्यूयार्क जा रहा था।
- अमेरिका के लेफ्टिनेंट कमांडर जिनका नाम G.W वर्ली था 309 क्रू मेंबर के साथ USS सिक्लोपैस नामक जहाज सहित लापता हो गए। उस दिन समुद्र शांत था मौसम भी साफ था इस जहाज का लापता होना किसी को समझ नही आया। इस जहाज और क्रूमेंबर्स का लापता होना अमेरिकन इतिहास में एक रहस्य बना हुआ है।
- इसके अलावा इस छेत्र में कई हवाई जहाज भी लापता हुए जिनमे फ्लाइट नाइट, स्टार टाइगर,डगलस डी सी3 भी लापता हुए।
- एक घटना में एक पायलेट बच गया था उसने अपने अनुभव सभी को बताए। उस पायलेट ने 1 घंटे की दूरी 3 मिनट में तय की थी। उसने बताया की Bermuda Triangle के उपर से उड़ान भरते समय उसके यान के सामने एक बड़ा सा बादल नजर आया जिसमे हवाएं बहुत तेज गति से चल रही थी। अचानक चारो तरफ से अंधेरे ने उसके यान को घेर लिया इलेक्ट्रोनिक उपकरण गलत रीडिंग देने लगे दिशा भ्रम होने लगा।कुछ समय बाद वो इस बादल और अंधेरे से बाहर निकला तब इसको ज्ञात हुआ कि उसने 1 घंटे की दूरी 3 मिनट में तय कर ली है।
इन सब दुर्घटनाओं की वजह जानने के लिए बहुत कोशिश की गई पर कुछ पता नहीं चल सका।
खुल गया Bermuda Triangle पर हादसों का रहस्य
दसको तक Bermuda Triangle में कई दुर्घटनाएं हुई हैं और लगभग 1000 लोग अपनी जान भी गवा चुके हैं । इसका कारण जानने के लिए वैज्ञानिक तरह तरह की जानकारी जुटाते रहे पर कोई सही कारण को नही ढूंढ पाए। कुछ वैज्ञानिको ने कहा की समुद्र ताल पर जुआला मुखी होने की वजह से होता है। और कुछ ने इसे एलियन (परग्रही) से भी जोड़ा। पर अब वैज्ञानिको का कहना है की पर अब वैज्ञानिको ने इन दुर्घटनाओं का राज खोला है। विज्ञानिको ने बताया
हेक्सागॉनल क्लाउड्स (Hexagonal clouds)
Bermuda Triangle के ऊपर एक विशेष प्रकार के बादल बनते हैं इन बदलो का आकार हेक्सागॉनल होता है। इन बदलो की 6 भुजाए होती हैं और इनमें चलने वाली हवाओ की गति 170 km/hr होती है। ये Hexagonal clouds बड़ी संख्या में बनते हैं जिनमे चक्रवाती हवाएं चलती हैं। इनमे इतनी सकती होती है की ये किसी बड़े जहाज को पलक झपकते ही एक जगह से दूसरी जगह फेक सकते हैं।
मेथेन गैस भी हैं जहाजों के डूबने की बड़ी वजह
Bermuda Triangle में समुद्र की सतह पर छोटे छोटे कई सक्रिय ज्वालामुखी हैं। सक्रीय ज्वालामुखी कई तरह की गैस भी निकलती हैं जिनमे एक गैस हैं मेथेन जो जल में मिलने पर जल का घनत्त्व कम कर देती हैं। यदि किसी जल का घनत्व सामान्य जल से कम हो तो वस्तु डूब जाती हैं। Bermuda Triangle के समुद्र की सतह के ज्वालामुखी मेथेन गैस को अधिक मात्रा में जल में मिलाते हैं। मेथेन गैस की अधिक मात्रा जल में मिलने से जल का घनत्व कम हो जाता हैं और उस पर हो कर गुजरने वाले जहाज अचानक समुद्र में डूब जाते हैं।
ज्ञान पूर्ण